बदले-बदले से नजर आए डॉक्टर दोस्त

 

(ब्‍यूरो कार्यालय)
भोपाल (साई)। कॉलेज के दिनों के दोस्त, उनके साथ मस्ती। वह लेक्चर हॉल जिनमें साढ़े पांच साल पढाई की। वह शिक्षक जिन्होंने कभी डांटकर तो कभी प्यार से समझाकर पढ़ाया। 20 साल बाद फिर यह सब पुरानी यादें ताजा हुईं तो डॉक्टरों के आंखें भर आईं।

मौथा था जीएमसी में 1994 में एमबीबीएस में दाखिला लेने वाले छात्रों के 25 साल पूरा होने पर मिलन समारोह का। तीन दिनी मिलन समारोह में शनिवार को 30 से ज्यादा शिक्षकों का सम्मान भी इन डॉक्टरों ने किया। इस मौके पर एमबीबीएस में 1994 में 140 छात्रों का बैच था। इनमें 60 पूर्व छात्र सपरिवार मिलन समारोह में शामिल होने के लिए आए हैं। इसमें पूर्व छात्र सपरिवार पहुंचकर अपने कॉलेज के दिनों के किस्से सुनाए। कई बार ठहाके गूंजें। तो कई बार भावुकता में आंखें भर आईं।

इस बैच के छह पूर्व छात्र अब दुनिया में नहीं हैं। उन्हें याद कर सभी दुखी हो गए। मिलन समारोह के प्रेसीडेंट डॉ. राजेश टिक्कस ने बताया कि 20 साल बाद कई तो इतना बदल गए हैं कि पहचानना मुश्किल हो रहा था।

पूछना पड़ा तुम तो… हो ना। इसके बाद गले मिल गए। इनमें छह दूसरे देश में नामचीन डॉक्टर हैं। वह भी सपरिवार आए हैं। इस बैच कई लोगों मेंडिकल कॉलेजों में फैकल्टी हैं तो कुछ खुद का अस्पताल संचालित कर रहे हैं। डॉ. टिक्कस ने बताया कि रविवार को पिकनिक आयोजित की गई है।