हर दिन ट्रेन बदलकर करते हैं ड्यूटी, फिर रोटेशन ट्रांसफर करना गलत

 

(ब्यूरो कार्यालय)

जबलपुर (साई)। हर दिन हमारी ड्यूटी का कार्यक्षेत्र बदलता है। कभी मुंबई की ओर जाने वाली ट्रेनों में टिकट चेक करते हैं तो कभी पटना जाने वाली ट्रेनों। मुख्यालय में रहने के बाद भी हमारा कार्यक्षेत्र निर्धारित नहीं है। 8 से 16 घंटे तक ट्रेन में टिकट चेकिंग करने के बाद भी हमारी जिम्मेदारी खत्म नहीं होती है। यात्रियों की मदद से लेकर उन्हें सुरक्षित सफर कराने में जिम्मेदारी निभाते हैं। इतना सब करने के बाद भी रोटेशन के तहत हमारा स्थानांतरण किया जाना गलत है।

यह बात इंडियन रेलवे टिकट चेकिंग स्टॉफ एसोसिएशन ने कही। टिकट चेकिंग स्टॉफ का आवधिक स्थानांतरण किए जाने से नाराज एसोसिएशन के सदस्यों ने पश्चिम मध्य रेलवे के एजीएम, जबलपुर मंडल के डीआरएम और सीनियर डीसीएम को ज्ञापन सौंपा।

टिकट चेकिंग कैडर को स्थानांतरण से करें मुक्त

इंडियन रेलवे टिकट चैकिंग स्टॉफ एसोसिएशन के अध्यक्ष मुख्य टिकट निरीक्षण प्रदीप सिंह ने बताया कि हर दिन टिकट चैकिंग स्टॉफ का कार्यस्थल बदलता है। मुख्यालय में रहने के बाद भी हम मुख्यालय से हर दिन बाहर रहते हैं। जबकि आवधिक स्थानांतरण में स्पष्ट निर्देश हैं कि संवेदनशील पदों पर कार्यरत कर्मचारी, जो एक ही पद पर एक ही तरह का कार्य करें, उसका स्थानांतरण किया जाए। इस हिसाब से हम इस दायरे में नहीं आते। हमारी मांग है कि टिकट चेकिंग कैडर को आवधिक स्थानांतरण से मुक्त किया जाए। इस पर फिर से विचार करें। श्री सिंह ने बताया कि इस संबंध में रेलवे बोर्ड का आदेश भी हैं, जो ज्ञापन के माध्यम से एजीएम, डीआरएम और सीनियर डीसीएम के ध्यान में लाया गया है।

इंडियन रेलवे टिकट चेकिंग स्टॉफ एसोसिएशन द्वारा टिकट चेकिंग के आवधिक स्थानांतरण पर पुनः विचार करने संबंधित पत्र मिला है। रेलवे बोर्ड के गाइडलाइन के मुताबिक उसे देखा जा रहा है। नियम के तहत जो संभव होगा वह किया जाएगा।

संजय विश्वास,

डीआरएम,

जबलपुर रेल मंडल.