फोटो किए वायरल
(ब्यूरो कार्यालय)
ग्वालियर (साई)। बी. कॉम की छात्रा के नाम से फेसबुक आईडी बनाकर उसके फोटो मार्फिंग कर वायरल करने के मामले में एक लड़की पकड़ी गई है। यह छात्रा की दोस्त है, कॉलेज और कॉलोनी में उसके पास ही रहती है। आरोपित छात्रा ने जब फेक आईडी बनाकर सहेली को बदनाम करने का कारण बताया तो पुलिस अफसर आश्चर्य चकित रह गए।
आरोपित ने बताया कि उसकी सहेली बहुत सुंदर है। जब वह साथ में होती है तो कॉलेज से लेकर कॉलोनी तक सब उसी को तवज्जो देते हैं। इसलिए उसे उससे मन ही मन जलन होने लगी थी। पुलिस ने आरोपित को न्यायालय में पेश किया है, जहां से उसे जमानत मिल गई है।
छतरपुर निवासी 22 वर्षीय युवती शहर के एक निजी कॉलेज से बी.कॉम कर रही है। साथ ही जिस मकान में वह किराए से रहती है। उसके पास में ही हम उम्र सहेली भी रहती है। दोनों एक ही कॉलेज में हैं। बीते एक महीने से छात्रा को उसके दोस्तों ने बताया कि उनके नाम व फोटो से फेसबुक पर एक अन्य आईडी चल रही है। जिस पर उसके सामान्य व कुछ बोल्ड फोटो आदि पोस्ट किए जा रहे हैं।
इस पर छात्रा ने चेक किया तो आईडी से पिछले कुछ दिनों में कई फोटो वायरल किए गए थे। इतना ही नहीं उसके कई फ्रेंड व रिश्तेदार भी इस फेक आईडी की फ्रेंड लिस्ट में थे। करीब 15 दिन पहले पीड़ित छात्रा ने मामले की शिकायत राज्य सायबर सेल ग्वालियर एसपी सुधीर अग्रवाल को लिखित रूप में दी थी।
मामले की जांच थाना प्रभारी स्टेट सायबर सेल ग्वालियर मुकेश नारौलिया को दी गई। पड़ताल करते हुए टीम आईपी एड्रेस को ट्रैस कर फरियादी छात्रा की कॉलोनी में पहुंची। उसके घर के पास से ही एक अन्य 21 वर्षीय युवती को हिरासत में लिया। जब थाना लाकर उससे पूछताछ की गई तो उसने जुर्म करना कबूल किया।
सहेली के सामने कोई उसे पूछता नहीं था
आरोपित छात्रा ने ऐसा करने के पीछे का कारण भी बताया उसका कहना है कि जब भी उसकी सहेली उसके साथ होती थी तो कॉलेज से लेकर कॉलोनी तक सब उसकी ही तारीफ करते थे। क्योंकि वह काफी सुंदर है। उसके सामने उसकी कोई वैल्यू नहीं थी। यही कारण है कि धीरे-धीरे उसे उससे जलन होने लगी। इसलिए उसने उसे सबक सिखाने के लिए ऐसा किया। पर अब उसे अपने किए पर पछतावा है।
बिना अनुमति न करें किसी का फोटो शेयर
इस मामले पर एसपी स्टेट सायबर सेल ग्वालियर जोन सुधीर अग्रवाल ने कहा है कि किसी से बिना पूछे उसका फोटो फेसबुक, वॉट्सएप व अन्य सोशल मीडिया के माध्यमों पर शेयर न करें। यह अपराध की श्रेणी में आता है।

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