कांग्रेस की पूर्व मंत्री का निधन

 

मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ में शोक की लहर

(ब्‍यूरो कार्यालय)
भोपाल (साई)। मध्यप्रदेश की पूर्व मंत्री देवेंद्र कुमारी का सोमवार को निधन हो गया, वे लंबे समय से बीमार चल रही थीं। 86 वर्षीय देवेंद्र कुमारी के निधन का समाचार मिलते ही मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में शोक की लहर दौड़ गई। वे मध्यप्रदेश के कई विभागों में मंत्री भी रह चुकी हैं। उनके निधन पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी अपनी शोक संवेदना व्यक्त की है।

सरगुजा रियासत की राजमाता थीं

राजमाता देवेंद्र कुमारी जुब्बल रियासत की राजकुमारी थीं। वे सरगुजा महाराजा स्व. मदनेश्वर शरण सिंहदेव की धर्मपत्नी थीं। मदनेश्वर शरण सिंहदेव मध्यप्रदेश के आईएएस अफसर और प्रदेश के मुख्य सचिव रह चुके हैं। उनके दो बेटे टीएस सिंहदेव, अरुणेश्वर शरण सिंहदेव और तीन बेटियां मोहिनी सिंह राणा, आशा कुमारी, मंजूश्री आनंद हैं। सरगुजा रियासत की अविभाजित मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की राजनीति में अच्छी खासी दखल रहता है। स्व. राजमाता अविभाजित मध्यप्रदेश की सरकार में वित्त, आवास एवं पर्यावरण और मध्यम सिंचाई जैसे महत्वपूर्ण विभागों की मंत्री रह चुकी हैं।

हिमाचल में हुआ था जन्म

दिवंगत देवेंद्र कुमारी सिंह देव का जन्म 13 जुलाई 1933 को हिमाचल प्रदेश के जब्बल राज परिवार में हुआ था। अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव दिवंगत एमएस सिंहदेव से विवाह के बाद वे सरगुजा आई थीं। कांग्रेस की राष्ट्रीय नेत्री दिवंगत देवेंद्र कुमारी सिंहदेव एक बार अंबिकापुर और एक बार बैकुंठपुर से विधायक भी रहीं। अविभाजित मध्य प्रदेश में प्रकाशचंद्र सेठी और अर्जुन सिंह के मंत्रिमंडल में वे आवास, पर्यावरण, मध्यम सिंचाई, वित्त विभाग की मंत्री रह चुकी हैं।

यह भी है खास

सरगुजा रियासत की राजमाता, छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की मां देवेन्द्र कुमारी काफी समय से बीमार चल रही थीं। दिल्ली के मेदांता अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। देवेन्द्र कुमारी का पार्थिव शरीर मंगलवार को विशेष विमान से अंबिकापुर लाया जाएगा, जहां अंबिकापुर पैलेस में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। स्वर्गीय राजमाता का अंतिम संस्कार बुधवार को रानीतालाब मुक्तिधाम में किया जा रहा है।