मुख्य सचिव मोहंती को हटाया, भेजा प्रशासन अकादमी
(ब्यूरो कार्यालय)
भोपाल (साई)। सियासी उठापटक के बीच सोमवार देर शाम मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्य सचिव को बदल दिया। जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव गोपाल रेड्डी को मुख्य सचिव बनाया गया है।
आदेश जारी होते ही रेड्डी ने मुख्य सचिव का कार्यभार संभाल लिया। वहीं मुख्य सचिव मोहंती को प्रशासन अकादमी में डीजी के पद पर पदस्थ किया गया है। रेड्डी सिंतबर 2020 में ही रेड्डी की सेवानिवृत्ति है। दूसरी ओर राज्य शासन ने नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मनु श्रीवास्तव को प्रबंध संचालक लघु उद्योग निगम और लोक निर्माण के उपसचिव अनिल खरे को पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन के कार्यपालक संचालक का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है।
नए मुख्य सचिव रेड्डी को सीएम कमल नाथ की पसंद माना जाता है। वर्ष 1992 में गोपाल रेड्डी छिंदवाड़ा कलेक्टर थे, तब से ही वे कमल नाथ के सम्पर्क में हैं। रेड्ड्ी छिंदवाड़ा में दो साल कलेक्टर रहे थे। अब रेड्डी की सेवानिवृत्ति सितंबर 2020 में होना है, लेकिन यदि कमल नाथ सरकार बचती है, तो रेड्डी को फिर छह महीने की सेवावृद्धि मिल सकती है।
दूसरी ओर यदि कमल नाथ सरकार गिर जाती है, तो फिर रेड्डी संकट में रहेंगे। अगली भाजपा सरकार उन्हें बरकरार रखती है या नहीं इस पर सवालिया निशान है। इसके अलावा डीजीपी प्रशासन अकादमी बनाए गए एसआर मोहंती विद्युत नियामक आयोग में अध्यक्ष बनाए जा सकते हैं।
इसके लिए मोहंती ने पूर्व में ही आवेदन कर दिया था। अब नियामक आयोग के अध्यक्ष के लिए चयन कमेटी की बैठक हो सकती है। जल्द ही इसकी प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, लेकिन यह नियुक्ति भी सरकार के बचने पर ही निर्भर करती है। यदि सरकार गिर जाती है तो मोहंती का विद्युत नियामक आयोग का अध्यक्ष बनना मुश्किल होगा। नई सरकार बनने की स्थिति में मोहंती को पुनर्वास की बजाए वनवास मिल सकता है।