तीन जिलों के प्रधान आरक्षक ताक रहे पदोन्नति की राह!

छिंदवाड़ा में उप पुलिस महानिरीक्षक की पदस्थापना न होने से अटकी है पदोन्नति सूची!
(नन्द किशोर)


भोपाल (साई)। प्रदेश के तीन जिलों के प्रधान आरक्षकों की पदोन्नति सूची न निकल पाने से इन जिलों के प्रधान आरक्षकों को पदोन्नति का लाभ नहीं मिल पा रहा है। दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के छिंदवाड़ा जिले में उप पुलिस महानिरीक्षक की पदस्थापना नहीं हो पाने से सूची नहीं निकल पा रही है।
पुलिस मुख्यालय के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि जबलपुर पुलिस महानिरीक्षक के अधीन उप पुलिस महानिरीक्षक छिंदवाड़ा कार्यालय में डीआईजी की पदस्थापना नहीं होने से पुलिस आरक्षक से सहायक पुलिस निरीक्षक के पद के लिए पदोन्नति की सूची जारी नहीं हो पा रही है।
सूत्रों ने बताया कि सिपाही से प्रधान आरक्षक की पदोन्नति सूची पुलिस अधीक्षक स्तर पर जारी की जाती है जबकि प्रधान आरक्षक से सहायक पुलिस निरीक्षक की पदोन्नति सूची को उप पुलिस महानिरीक्षक के द्वारा जारी किया जाता है। लंबे समय से छिंदवाड़ा में डीआईजी की पदस्थापना नहीं होने से डीआईजी का प्रभार छिंदवाड़ा के पुलिस अधीक्षक के पास है।
सूत्रों ने यह भी बताया कि रोजमर्रा का कामकाज देखने के लिए छिंदवाड़ा के पुलिस अधीक्षक को पाबंद किया गया है, जबकि पदोन्नति सूची आदि जैसे जिम्मेदारी वाले कामों के लिए छिंदवाड़ा के उप पुलिस महानिरीक्षक का प्रभार पुलिस मुख्यालय में उप पुलिस महानिरीक्षक चयन के पद पर पदस्थ कुमार सौरभ को सौंपा गया है।
सूत्रों ने बताया कि कुमार सौरभ के पास पदोन्नति सूची लगभग एक माह से पहुंचने के बाद भी इस सूची में उनके हस्ताक्षर नहीं हो पाने से सूची अटकी पड़ी है।

होगा कर्मचारियों को नुकसान!

सूत्रों ने बताया कि पूरे प्रदेश में पदोन्नति सूची जारी होती जा रही हैं, पर छिंदवाड़ा डीआईजी के अंतर्गत आने वाले छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर और सिवनी जिले के प्रधान आरक्षक से सहायक पुलिस निरीक्षक के पद हेतु जारी होने वाली पदोन्नति सूची जारी न हो पाने से कर्मचारियों को नुकसान उठाना पड़ सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि जिस तिथि को सूची जारी होगी, उस तिथि से ही वे सहायक पुलिस निरीक्षक बनाए जाएंगे और उसके बाद वे ग्रेडेशन लिस्ट में नीचे जा सकते हैं।

आचार संहिता लगने से बढ़ रही सांसें!

वहीं, दूसरी ओर पंचायत चुनावों की आहट के बीच छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर और सिवनी के उन प्रधान आरक्षकों जिन्हें सहायक उप निरीक्षक के पद पर पदोन्नति मिलना तय है के हृदय की धड़कने इसलिए बढ़ रहीं हैं, क्योंकि अगर आचार संहिता लग गई तो उनकी पदोन्नति सूची कम से कम दो माह के लिए टलना तय है!