स्कूलों में नहीं पहुंची राशि, कैसे मनाएंगे विश्व हाथ धुलाई दिवस

 

 

 

 

(ब्यूरो कार्यालय)

भोपाल (साई)। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 15 अक्टूबर को मनाए जाने वाला विश्व हाथ धुलाई दिवस इस साल स्वच्छ हाथ की थीम पर मनाया जाएगा। इस संबंध में राज्य शिक्षा केंद्र ने निर्देश जारी कर दिए हैं, लेकिन अभी तक जिले के प्राथमिक व माध्यमिक स्कूलों में कोई तैयारी नहीं की गई है।

दरअसल, कार्यक्रम के लिए प्रदेश के एक लाख 13 हजार स्कूलों को सालाना साबुन, टॉवेल जैसी व्यवस्थाओं के लिए दी जाने वाली 1500-1500 रुपए की राशि नहीं मिली है। इसमें राजधानी के 1100 प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल भी शामिल हैं। यही वजह है कि स्कूलों में साबुन, टॉवेल तो कुछ में पानी तक की व्यवस्था ही नहीं है।

ऐसे में स्कूलों में विश्व हाथ धुलाई दिवस कैसे मनाया जाएगा। इधर, विभागीय अफसरों का कहना है कि आकस्मिक निधि से यह कार्यक्रम किया जाएगा। बता दें कि दो साल पहले शुरू किया गया हाथ धुलाई कार्यक्रम अब रस्म अदायगी बनकर रह गया है। इसके लिए स्कूलों में हैंडवॉश यूनिट बनना था, जो अभी तक एक भी स्कूल में नहीं बन पाया।

वरिष्ठ अधिकारियों को भेजना है फोटो : स्कूलों के लिए सबसे बड़ी मुसीबत यह है कि हाथ धुलाई कार्यक्रम को प्रधानाध्यापकों को अपने-अपने स्कूलों के फोटो मोबाइल से खींचकर वरिष्ठ अधिकारियों को वाट्सएप भी करना है, ताकि अधिकारियों को पता चल सकें कि स्कूलों में बच्चों को साबुन से हाथ धुलाया गया है। इसके लिए विभाग ने स्कूलों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं।

वहीं, स्कूल के प्रधानध्यापकों का कहना है कि दूसरे मदों में मिलने वाली राशि भी इस बार पूरी नहीं मिली है। प्राइमरी व मिडिल स्कूलों के लिए 5 हजार आकस्मिक निधि और 5 हजार मरम्मत के लिए सालाना दिए जाते हैं। इस साल सभी स्कूलों में सिर्फ आधी राशि ही मिली है। बारिश में स्कूलों की हालत बहुत खराब हो गई है। भवन के मरम्मत के लिए भी काफी खर्च होगा।