ई-ऑफिस लागू करने वाला पहला जिला बनेगा जबलपुर

(ब्‍यूरो कार्यालय)

जबलपुर (साई)। ई-ऑफिस लागू करने वाला जबलपुर प्रदेश में पहला जिला बन जाएगा। प्रदेश शासन ने इस योजना के लिए पायलट जिले के रूप में जबलपुर को चुना है। इसकी शुरुआत सम्भागायुक्त एवं कलेक्टर कार्यालय से होने जा रही है।

तीन मार्च को मुख्यमंत्री कमलनाथ इसकी शुरुआत कर सकते हैं। इस योजना के जरिए सम्बंधित विभाग और शाखाओं की नोटशीट और फाइल ऑनलाइन हो जाएंगी। जबलपुर जिले में ई-ऑफिस के तहत बहुत काम हुआ है। कर्मचारी एवं अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया। उनकी लॉगिन आईडी और पासवर्ड बनाए गए। इसका ट्रायल भी विभागों में कराया गया। इसलिए शासन अब इसकी शुरुआत जबलपुर से करने जा रहा है। शुरुआती दौर में कलेक्टर कार्यालय के करीब 75 अधिकारी एवं कर्मचारी इससे जुड़ेंगे। दूसरी तरफ कमिश्नर कार्यालय के 37 अधिकारी-कर्मचारी शामिल हो रहे हैं।

यह होगा ई-ऑफिस में

ई-ऑफिस योजना के तहत उस विभाग से सम्बंधित कोई फाइल किस स्तर पर है? उसके निराकरण की प्रक्रिया कहां तक पहुंची? किस स्तर के अधिकारी के पास वह रुकी है? यह सारी स्थिति ऑनलाइन रहेगी। इसी प्रकार पत्र व्यवहार की जानकारी भी इसमें समाहित रहेगी।

ये शाखाएं होंगी ऑनलाइन

कलेक्टर कार्यालय- अधीक्षक कार्यालय, वित्तीय विभाग, पूछताछ केंद्र, स्थापना शाखा, शिकायत शाखा, एसडब्ल्यूएस, नाजराज, शस्त्र शाखा, आरटीआई, जनसुनवाई, प्रोटोकॉल, रीडर एवं स्टेनो कक्ष व रेकॉर्ड रूम।

कमिशनर कार्यालय- सम्भागायुक्त सचिवालय, डिप्टी कमिश्नर, ज्वाइंट कमिश्नर, रेकार्ड, डिस्पैच, परीक्षा सेल, स्थापना शाखा, रीडर कक्ष आदि।

ई-ऑफिस योजना शुरू की जा रही है। जबलपुर योजना का पायलट जिला होगा। तीन मार्च को मुख्यमंत्री के माध्यम से योजना का शुभारम्भ किया जाएगा। इसकी तैयारियां करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।

भरत यादव,

कलेक्टर