स्थानीय नगर इकाई को सात दिन बाद भी नोटिस नहीं

 

 

 

 

 

(ब्यूरो कार्यालय)

इंदौर (साई)। बल्लाकांड मामले में विधायक आकाश विजयवर्गीय को भले ही शोकाज नोटिस जारी कर दिया गया हो, लेकिन स्थानीय नगर इकाई को सात दिन बाद भी नोटिस नहीं मिला, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आकाश का स्वागत करने पर स्थानीय नगर इकाई के खिलाफ भी नाराजगी जाहिर की थी। माना जा रहा है कि बड़े नेता इस मामले को ज्यादा तूल नहीं देना चाहते, इसलिए नगर इकाई से अब तक कोई जवाब तलब नहीं किया गया। यदि नगर इकाई पर भी कार्रवाई होती तो विधायक के साथ उसे भी नोटिस जारी होता, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

सात दिन पहले संसदीय समिति की बैठक में प्रधानमंत्री ने बल्लाकांड पर नाराजगी जाहिर करते हुए रिहाई के बाद विधायक आकाश का स्वागत करने वाले स्थानीय नगर इकाई के पदाधिकारियों पर भी कार्रवाई करने के लिए कहा था। आकाश जब जेल में बंद थे तो संगठन के बैनर तले राजवाड़ा पर धरना हुआ था और रिहाई के बाद भाजपा कार्यालय भी समर्थकों ने जश्न मनाया था। अभी तक दिल्ली या भोपाल से कोई नोटिस जारी नहीं होने पर भाजपा पदाधिकारी भी राहत महसूस कर रहे हैं। बड़े नेता भी अब इस मामले को ज्यादा तूल नहीं देना चाहते, क्योंकि ऐसा होने पर कांग्रेस को भी बेवजह मुद्दा मिल जाएगा। भाजपा नगर अध्यक्ष गोपी नेमा का कहना है कि संगठन की तरफ से हमें नोटिस नहीं मिला है और न ही इस प्रकरण में कोई जानकारी मांगी गई है।

अपना पक्ष रखने को पूरा मौका

नोटिस मिलने पर 15 दिन में जवाब देना होता है। भाजपा के संविधान के अनुसार जिन्हें भी नोटिस मिलता है, उन्हें अपना पक्ष रखने का पूरा मौका दिया जाता है और जवाब से यदि अध्यक्ष अंसतुष्ट हो तो अनुशासन समिति के बाद प्रकरण आता है। वैसे इस मामले में प्रधानमंत्री ने बैठक में क्या कहा, यह अभी तक रिकॉर्ड पर नहीं आया।

-बाबूसिंह रघुवंशी, संयोजक, अनुशासन समिति