अपराधी का चेहरा पहचान लेंगे आधुनिक सीसीटीवी कैमरे

 

(ब्‍यूरो कार्यालय)
जबलपुर (साई)। हाई कोर्ट में किसी स्थान पर यदि 10 से ज्यादा लोगों का जमावड़ा प्रतिबंधित हो और वहां संख्या बढ़ जाए, रात में कोई तत्व कोर्ट परिसर में घुसने का प्रयास करे अथवा किसी कारण से विवाद की स्थिति निर्मित हो जाए तो सीसीटीवी कैमरे न सिर्फ पूरी घटना को रिकॉर्ड करेंगे बल्कि सायरन भी बज उठेगा।

सुरक्षा की यह हाईटेक व्यवस्था हाईकोर्ट में की जा रही है, जहां आधुनिक सीसीटीवी कैमरे अपराधियों का चेहरा भी पहचान लेंगे। न्यायालय के चप्पे-चप्पे पर तीसरी आंख की पहरेदारी बढ़ाने के लिए 150 सीसीटीवी कैमरे और लगाए जा रहे हैं, जिनमें 10 फेस रिकग्निशन (चेहरे की पहचान करने वाले) और 10 एएनपीआर (वाहन की नंबर प्लेट पढ़ने वाले) कैमरे शामिल हैं। 150 कैमरे और लगने के बाद कोर्ट में इनकी संख्या 375 हो जाएगी।

धूम्रपान करने वाले होंगे चिन्हितः

 

सीसीटीवी कैमरों में नए फीचर्स जोड़े गए हैं। इसके चलते वे स्मोक और फायर डिटेक्टर का भी काम करेंगे। कोर्ट परिसर में कहीं से धुआं उठे या आग लगे सीसीटीवी कैमरों से जुड़े सायरन बजने लगेंगे। इन कैमरों की वजह से उन लोगों को सतर्क रहना पड़ेगा, जो धूम्रपान करते हैं। कोर्ट परिसर में धूम्रपान करना उनके लिए महंगा साबित होगा। सीसीटीवी कैमरे धूम्रपान करने वालों का चेहरा स्वतः फोकस कर वीडियो कंट्रोल रूम तक पहुंचा देंगे जिससे उनकी पहचान करने में आसानी होगी। यदि कोई संदिग्ध हालत में न्यायालय में घूमता नजर आया तो सीसीटीवी कैमरे उसकी जानकारी भी कंट्रोल रूम को देंगे।

ऐसे होगी अपराधी की पहचानः

फेस रिकग्निशन कैमरे उन अपराधियों की पहचान कर लेंगे जिनकी फोटो कंट्रोल रूम द्वारा अपलोड की जाएगी। बताया जाता है कि कुछ बदमाश फरारी के दौरान सीधे न्यायालय पहुंचकर सरेंडर कर देते हैं। कुछ बदमाश न्यायालय परिसर में चोरी समेत अन्य वारदात करने के लिए घुसने का प्रयास करते हैं। पुलिस उन बदमाशों की फोटो साफ्टवेयर पर अपलोड कर देगी। उन बदमाशों में से कोई भी न्यायालय परिसर में पहुंचा तो सीसीटीवी कैमरे पहचान कर लेंगे और कंट्रोल रूम को सूचना भी देंगे। इसी तरह यदि किसी वाहन के नंबर को पुलिस ट्रेस कर रही है और वह वाहन किसी तरह कोर्ट परिसर पहुंच गया तो एएनपीआर कैमरे नंबर प्लेट पढ़ लेंगे और सायरन बजने लगेगा।