(ब्यूरो कार्यालय)
भोपाल (साई)। जेपी अस्पताल की शिशु गहन चिकित्सा ईकाई (एसएनसीयू) में भर्ती होने वाले नवजात अब अपनी मां के साथ रह सकेंगे। इसके लिए अस्पताल में 10 बेड का मदर वार्ड बनाया जा रहा है। प्रदेश का पहला अस्पताल हैं जहां यह सुविधा शुरू की जा रही है। वार्ड बनाने का काम शुरू हो गया है। मार्च में इसके तैयार होने के साथ ही भर्ती की सुविधा शुरू कर दी जाएगी।
मिली जानकारी के अनुसार अभी अति गंभीर और सामान्य सभी बच्चों को एसएनसीयू में भर्ती किया जाता है। इनमें कई बच्चे ऐसे होते हैं, जो कम वजन के चलते एसएनसीयू में भर्ती होते हैं। बताया जाता है कि इस कारण सभी वार्मर (जिनमें नवजातों को लिटाकर गर्म रखा जाता है) हमेशा भरे रहते हैं।
बताया जाता है कि वार्मर खाली नहीं होने पर कई बार नए आने वाले मरीजों को दूसरे अस्पताल रेफर करना पड़ता है। लिहाजा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) की तरफ से हर जिला अस्पताल में एक मदर वार्ड बनाया जा रहा है।
यहां माताओं को गाऊन में सफाई के साथ रहना होगा। इससे बच्चों को स्तनपान में भी आसानी हो जाएगी। साथ ही माताओं के ठहरने की दिक्कत भी नहीं रहेगी।
अस्पताल प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय जेपी अस्पताल में पुराने पीआईसीयू वार्ड की जगह मदर वार्ड बनाया जा रहा है।

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