गलियों में कोरोना का डर नहीं, पुलिस देखते ही घर में घुस जाते हैं लोग

(ब्‍यूरो कार्यालय)

इंदौर (साई)। लोगों को कोरोना वायरस से जितना डर नहीं है, उतना पुलिस से है। इंदौर में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ने के बावजूद लोग लापरवाही बरत रहे हैं। सुबह से लोग गलियों में इकट्ठा होकर बातें करने लग जाते हैं, जैसे ही पुलिस गाड़ी का सायरन या मोटरसाइकिल पर आता पुलिसकर्मी दिखाई देता है तो वे घरों में घुस जाते हैं।

गुरुवार दोपहर 11 बजे बजरंग नगर की गलियों में खड़े होकर लोग बात कर रहे थे, जैसे ही डायल 100 की गाड़ी दिखाई दी तो लोग अपने-अपने घरों में जाने लगे। लोगों को भागता देख गाड़ी में बैठे आरक्षक ने उन्हें समझाइश देनी शुरू की। उसने लोगों को पहले तो चिल्लाया और फिर कहा कि आप खुद को धोखा दे रहे हैं। पुलिस द्वारा की गई सख्ती जनता के लिए है। जबर्दस्ती कोई नियम का पालन नहीं करवा सकता।

उसने टाटपट्टी बाखल और अन्य कोरोना संक्रमित क्षेत्रों का उदाहरण देते हुए कहा कि यदि यहां भी वायरस आ गया तो स्थिति और बिगड़ जाएगी। यदि अभी नहीं संभले तो हालात बद से बदतर हो जाएंगे। इस पर कुछ लोगों ने बाहर निकलकर आरक्षक की सराहना की। बड़ी भमोरी और परदेशीपुरा थाना क्षेत्र में तो हालात यह हैं कि लोगों को पुलिस का भी डर नहीं है। कई लोग फिजूल में ही गाड़ियां लेकर घूम रहे हैं। वहीं कुछ गलियां ऐसी भी हैं, जहां लोगों ने खुद को ही क्वारंटाइन कर लिया है।

SAMACHAR AGENCY OF INDIA समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया

समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया देश की पहली डिजीटल न्यूज एजेंसी है. इसका शुभारंभ 18 दिसंबर 2008 को किया गया था. समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया में देश विदेश, स्थानीय, व्यापार, स्वास्थ्य आदि की खबरों के साथ ही साथ धार्मिक, राशिफल, मौसम के अपडेट, पंचाग आदि का प्रसारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाता है. इसके वीडियो सेक्शन में भी खबरों का प्रसारण किया जाता है. यह पहली ऐसी डिजीटल न्यूज एजेंसी है, जिसका सर्वाधिकार असुरक्षित है, अर्थात आप इसमें प्रसारित सामग्री का उपयोग कर सकते हैं. अगर आप समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को खबरें भेजना चाहते हैं तो व्हाट्सएप नंबर 9425011234 या ईमेल samacharagency@gmail.com पर खबरें भेज सकते हैं. खबरें अगर प्रसारण योग्य होंगी तो उन्हें स्थान अवश्य दिया जाएगा.