पार्किंग में शुल्क बढ़ाया, सुविधाएं नदारद

 

 

 

 

रेलवे ने लगाया 12 हजार जुर्माना

(ब्यूरो कार्यालय)

जबलपुर (साई)। मुख्य रेलवे स्टेशन के दोनों ओर के पार्किंग स्टैंड को हाईटेक करने रेलवे ने आदेश तो जारी कर दिया लेकिन स्टैंड संचालक उनका पालन ही नहीं कर रहे हैं। यही वजह है कि रेलवे ने स्टैंड संचालकों के खिलाफ जुर्माना ठोंकना शुरू कर दिया है। सभी नियमों का पालन करने के लिए 5 मई तक का समय दिया गया था, लेकिन सोमवार को भी जब अव्यवस्था मिली तो एक दिन में ही 12 हजार जुर्माना लगाया गया।

जबलपुर रेल मंडल के कमर्शियल विभाग ने सोमवार से जबलपुर और मदनमहल स्टेशन की दो-चार पाहिया वाहन पार्किंग में कैमरे, कम्प्यूटराइज्ड पर्ची और एलईडी डिस्प्ले लगाने के निर्देश दिए, लेकिन पहले दिन सिर्फ स्टैंड के कर्मचारी यूनिफार्म में नजर आए, लेकिन कैमरे, बैरिकेड, कम्प्यूटराइज्ड पर्ची से लेकर एलईडी डिस्प्ले गायब मिला। इसको लेकर नाराज रेल अधिकारियों ने स्टैंड संचालकों पर जुर्माना ठोंक दिया है।

पहले ही दिन लगा 12 हजार रुपए का जुर्माना

रेलवे ने जबलपुर, मदनमहल रेलवे स्टेशन की पार्किंग का निरीक्षण कराया। लेकिन एक भी पार्किंग स्टैंड में तय की गई सुविधा नहीं दिखी। जबलपुर स्टेशन की पार्किंग में व्हीकल स्कैनर भी लगाने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन नहीं लगे। मुख्य रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म 1 और 6 की ओर बने व्हीकल स्टैंड और मदनमहल स्टेशन के 1 नंबर की ओर बनी स्टैंड के संचालक पर 12 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया। यह राशि टेंडर में दी गई सिक्योरिटी फंड से कटेगी।

रेलवे बोर्ड का आदेश ए 1 में बने हाईटेक पार्किंग

रेलवे बोर्ड की पॉलिसी में यह निर्देश दिया है कि रेलवे स्टेशन की पार्किंग व्यवस्था को हाईटेक बनाया जाए। इसके लिए यहां सेंसर बैरिकेड से लेकर कैमरे, कम्प्यूटराइज्ड पर्ची और व्हीकल स्कैनर लगें। स्टेशन की पार्किंग को मॉल की तर्ज पर विकसित किया जाए। डीआरएम के निर्देश पर स्टैंड संचालकों ने रेलवे पॉलिसी के आधार पर बढ़ी हुई टेंडर की राशि और यात्री से अधिक शुल्क लेना शुरू कर दिया, लेकिन सुविधा नहीं दी। अब सोमवार से स्टैंड का हर दिन निरीक्षण होगा।

रेलवे के हर प्रयास असफल

पहला- प्लेटफार्म 6 पर वन वे बनाया गया जो असफल रहा।

दूसरा- टैक्सी, ऑटो व्यवस्थित करने प्री पेड बूथ बना यह भी असफल रहा।

तीसरा- पार्किंग का एरिया बढ़ाया, फिर भी अव्यवस्थित वाहन खड़े रहते हैं।

चौथा- पार्किंग को लेकर आरपीएफ ने अभियान चलाया, कुछ दिन बाद फिर स्थिति बिगड़ी।

पांचवां- जीएम और डीआरएम ने खुद निरीक्षण किया फिर भी जस की तस बनी रही पार्किंग।