घेराव करने पहुंचे एबीवीपी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने पीटा

 

 

 

 

 

(ब्‍यूरो कार्यालय)

जबलपुर (साई)। सिविल लाइंस थाना में साइंस कॉलेज के प्राध्यपक के साथ मारपीट मामले को लेकर एबीवीपी के कार्यकर्ताओं का तीसरे दिन भी प्रदर्शन जारी रहा।

प्रदर्शन करने छात्र सोमवार को एनएसयूआई के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपने कलेक्ट्रेट जा रहे थे। धारा 144 लागू होने के चलते पुलिस ने घंटाघर के पास रोकने का प्रयास किया, लेकिन छात्रों ने रुकने की बजाय पत्थरबाजी शुरू कर दी। छात्रों की उग्रता को देखते हुए पुलिस ने पानी की बौछार और हल्का बल प्रयोग कर उन्हें पीछे ढकेल दिया। इस दौरान पुलिस ने अश्रु गैस के गोले भी दागे। वहीं एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर पथराव भी किया। कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, वहीं लगभग एक दर्जन एबीवीपी कार्यकर्ताओं को भी चोटें आई हैं।

एक दर्जन कार्यकर्ता हुए घायल

कलेक्ट्रेट परिसर के पास घंटाघर में हुए पुलिस लाठीचार्ज के दौरान विद्यार्थी परिषद के कई कार्यकर्ता घायल हो गए हैं, जिन्हें साथी कार्यकर्ताओं द्वारा निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है। इनमें मृदुल मिश्रा प्रांत संगठन मंत्री, संगठन मंत्री नीतीश, लोकेश, शुभांग गोटिया, प्रियंक शांडेल, सर्वम राठौर, अनुभव अग्रवाल, योगेंद्र शामिल हैं। छात्रों ने बताया कि लाठीचार्ज में संगठन मंत्री नीतीश को सिर में चोट आने के कारण वे बेहोश हो गए, जिन्हें कार्यकर्ताओं ने उठाकर अपने वाहन से अस्पताल पहुंचाया। वहीं अन्य कार्यकर्ताओं को सिर हाथ पैर पीठ में चोटे आई हैं। कार्यकर्ताओं की पीठ पर डंडे के निशान स्पष्ट दिखाई दे रहे हैं, जिनका उपचार किया जा रहा है। गौरतलब है कि शनिवार को साइंस कॉलेज के घटनाक्रम के बाद पुलिस प्रशासन में जिला प्रशासन द्वारा एक संगठन विशेष के कार्यकर्ताओं को संरक्षण देने एवं प्राध्यापक पर मारपीट करने वाले एनएसयूआई के पदाधिकारी को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ता सोमवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय का घेराव करने पहुंचे थे।

हम शांतिपूर्ण विरोध करने पहुंचे थे

प्रदेश मंत्री प्रियांक सांडेल, महानगर संगठन मंत्री सर्वम राठौर ने कहा कि हम सभी कार्यकर्ता शांतिपूर्ण तरीके से कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सौंपने पहुंचे थे, लेकिन उन्हें जाने नहीं दिया गया। कार्यकर्ताओं के साथ छात्राएं भी शामिल थीं, जिनके साथ किसी पुलिस कर्मी द्वारा छेड़छाड़ की गई, जिसके चलते कार्यकर्ता उग्र हो गए। हम पर बेवजह लाठीचार्ज किया गया जिसका संगठन विरोध करता है।

ये है मामला

साइंस कॉलेज में प्राध्यापक के साथ शनिवार को एनएसयूआई पदाधिकारियों की झड़प हो गई थी, जिसके बाद प्राध्यापक और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने सिविल लाइंस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट दर्ज कराने के दौरान भी एबीवीपी और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के बीच थाना परिसर में मारपीट हो गई थी, जिसे पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर शांत कराया था। इसके बाद रविवार को एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को पुलिस द्वारा संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए मालवीय चौक पर उग्र प्रदर्शन किया था। इस दौरान पुलिस प्रशासन और गृहमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान उनकी पुलिसकर्मियों से झड़प भी हुई। कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार की गई। एनएसयूआई कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई नहीं होने पर सोमवार को कलेक्ट्रेट का घेराव करने की चेतावनी दी थी, जिसके तहत सोमवार को एबीवीपी कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट का घेराव करने जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें कलेक्ट्रेट पहुंचने के पहले ही रोक दिया।