इसीलिए धोखा देना पड़ सकता है महंगा

बहुत पुरानी बात है। किसी नगर में एक डाकू रहता था। वह लूट-पाट करता और कुछ धन गरीबों में बांट देता और कुछ अपने पास रखता था। एक दिन कुछ व्यापारियों का समूह उसके इलाके से गुजरा। व्यापारियों को डाकूओं ने घेर लिया।

तभी एक व्यापारीडाकुओं से नजर बचाक दूर पेड़ की आड़ में छिप गया। वहीं नजदीक एक साधू माला जप रहे थे। व्यापारी ने अपने पैसों की थैली साधू को संभालने के लिए दे दी। साधु ने कहा तुम निश्चिंत हो जाओ तुम्हारा धन कहीं नहीं जाएगा। और वह व्यापारी अपने साथियों के पास आ गया।

उन डाकुओं ने व्यापारियों को लूट लियालेकिन उस एक व्यापारी ने सोचा कि उसके पैसे सुरक्षित हैं। वह खुशी-खुशी उस साधू के पास पहुंचा। दरअसल वो डाकुओं का सरदार था जो डाकुओं के साथ जा पैसों को बांट रहा था।

व्यापारी यह स्थिति देख निराश हो गया। तब साधू वेशधारी डाकू ने कहारुको तुमने जो रुपयों की थैली रखी थी वह ज्यों की त्यों रखी हुई है। तुम इसे ले जा सकते हो। उस डाकू का आभार मानकर वह व्यापारी चला गया।

तब उस डाकु के साथियों ने पूछासरदार आपने आया हुआ धन क्यों जाने दिया सरदार ने कहाउस व्यापारी ने मुझे भगवान का भक्त मानकर भरोसे के साथ थैली दी थी। उसी कर्तव्यभाव से मैंने उन्हें थैली वापस दे दी। मैनें उसका विश्वास टूटने नहीं दिया।

(साई फीचर्स)

samachar

समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया देश की पहली डिजीटल न्यूज एजेंसी है. इसका शुभारंभ 18 दिसंबर 2008 में किया गया था. समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया में देश विदेश, स्थानीय, व्यापार, स्वास्थ्य आदि की खबरों के साथ ही साथ धार्मिक, राशिफल, मौसम के अपडेट, पंचाग आदि का प्रसारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाता है. इसके वीडियो सेक्शन में भी खबरों का प्रसारण किया जाता है. अगर आप समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को खबरें भेजना चाहते हैं तो व्हाट्सएप नंबर 9425011234 या ईमेल samacharagency@gmail.com पर खबरें भेज सकते हैं. खबरें अगर प्रसारण योग्य होंगी तो उन्हें स्थान अवश्य दिया जाएगा.