मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के चिकित्सा दल में एक भी मेडिकल विशेषज्ञ की तैनाती नहीं!

सीएमएचओ के बजाए सिविल सर्जन ने लगाई मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में चिकित्सा दल की ड्यूटी!
(अखिलेश दुबे)

सिवनी (साई)। चुनाव की आचार संहित प्रभावी है। इस दौरान अतिविशिष्ट व्यक्तियों के दौरे जारी हैं और चुनाव प्रचार थमने तक जारी रह सकते हैं। बुधवार 01 नवंबर को मध्य प्रदेश और सिवनी के स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान घंसौर विकास खण्ड के दौरे पर थे। इस दौरान उनके लिए चिकित्सा दल में मेडिकल विशेषज्ञ चिकित्सक की ड्यूटी न लगाया जाना आश्चर्य का ही विषय माना जा रहा है।
इंदिरा गांधी जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन कार्यालय के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यक्रम में में मुख्य चिकिसा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के बजाए इंदिरा गंाधी जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक के द्वारा चिकित्सकों आदि की ड्यूटी लगाई गई है।
सूत्रों का कहना था कि दल क्रमांक एक (चिकित्सा दल) में अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. ऋषिकेश बकोड़े, क्षय रोग विशेषज्ञ डॉ. मनोज किंकर, नर्सिंग आफीसर श्रीमति ज्योत्सना सूर्यवंशी, मेल नर्सिंग आफीसर विनोद भवन, लेब टेक्निशियन दीपशिखा डहरवाल, वार्ड ब्वाय सत्येंद्र यादव एवं एमपी 02 – 5097 के साथ वाहन चालक विरंग सिंह कुमरे की तैनाती के आदेश सिविल सर्जन के द्वारा जिले के घंसौर विकास खण्ड के 01 नवंबर के भ्रमण हेतु लगाई गई थी।
जिला अस्पताल के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को आगे बताया कि दल क्रमांक 02 (लिबरी ड्यूटी) में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घंसौर के चिकित्सा अधिकारी डॉ. लक्ष्मण गोल्हानी एवं खाद्य अधिकारी श्रीमति शारदा बिनोदिया को भी मुख्यमंत्री के घंसौर भ्रमण के लिए पाबंद किया गया था।
सिविल सर्जन कार्यालय के सूत्रों ने आगे कहा कि सिविल सर्जन कार्यालय की स्थापना शाखा को जिले के अन्य अस्पतालों में कौन कौन चिकित्सक पदस्थ हैं, यह बात शायद ही पता हो। यह बात मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय की स्थापना शाखा को अवश्य ही पता होता है।
सूत्रों का कहना था कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लिए चिकित्सा दल की ड्यूटी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के द्वारा लगाई जाना चाहिए था, किन्तु उनके द्वारा ड्यूटी न लगाई जाकर इस महती जवाबदेही के निर्वहन के लिए सिविल सर्जन कार्यालय को ही आगे किया गया है।
सीएमएचओ कार्यालय के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को यह भी बताया कि इस चिकित्सा दल में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के द्वारा लखनादौन तहसील के अस्पतालों में पदस्थ किसी एमडी मेडिसिन चिकित्सक सहित अन्य स्टॉफ की ड्यूटी लगाई जाना चाहिए था क्योंकि लखनादौन से घंसौर की दूरी सिवनी की अपेक्षा काफी हद तक कम है।