एनएमसी को आवेदन देने के बाद होगा मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण!

. . . तो सिवनी में अगामी शैक्षणिक सत्र से हो सकेगी एमबीबीएस की पढ़ाई आरंभ!

जिला चिकित्सालय के सीएस को मिला अतिरिक्त प्रभार, पांच चिकित्सक भी देंगे अपनी सेवाएं इस कॉलेज में

(अखिलेश दुबे)

सिवनी (साई)। सिवनी में आयुर्विज्ञान महाविद्यालय (मेडिकल कॉलेज) खुलने की उल्टी गिनती आरंभ होती दिख रही है। इस महाविद्यालय में अध्यापन के लिए आवश्यक शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया भी आरंभ होती भी दिख रही है। अगर सब कुछ ठीक ठाक रहा तो शैक्षणिक सत्र 2024 – 2025 में देश के मेडिकल कॉलेज के नक्शे पर सिवनी के निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का नाम भी आ जाएगा।

प्रदेश शासन के चिकित्सा शिक्षा विभाग के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के द्वारा प्रदेश के तीन जिला चिकित्सालयों में पदस्थ सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षकों को 21 मई को एक आदेश जारी कर शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों में संयुक्त संचालक एवं चिकित्सा महाविद्यालय के चिकित्सालय के अधीक्षक का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।

इस आदेश के तहत जिला चिकित्सालय नीमच के प्रभारी सिविल सर्जन डॉ .महेंद्र पाटिल को शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय नीमच, जिला चिकित्सालय मंदसौर में पदस्थ प्रभारी सिविल सज्रन डॉ. दिनेश कुमार शर्मा को शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय मंदसौर एवं इंदिरा गांधी जिला चकित्सालय सिवनी में पदस्थ प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. विनोद नावकर को शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय सिवनी का संयुक्त संचालक एवं अस्पताल अधीक्षक का प्रभार सौंपा है।

सूत्रों की मानें तो जिला चिकित्सालय सिवनी में पदस्थ पांच चिकित्सा अधिकारियों डॉ. पवन राहंगडाले, डॉ. प्रियांश रोकड़े, डॉ. जूही बिसेन खरे, डॉ. रितु तरवरे एवं एक अन्य चिकित्सक के द्वारा मेडिकल कॉलेज में अध्यापन के लिए आवेदन दिया था, जिसे स्वीकार करते हुए उन चिकित्सकों की सेवाएं इंदिरा गांधी जिला चिकित्सालय सिवनी के साथ ही साथ आयुर्विज्ञान महाविद्यालय सिवनी में भी ली जाएंगी।

उधर, राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (नेशनल मेडिकल कमीशन) के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि एनएमसी के द्वारा सिवनी के मेडिकल कॉलेज और चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध अस्पताल का निरीक्षण कब किया जाएगा इस बारे में अभी कोई स्पष्ट तिथि के बारे में नेशनल मेडिकल कमीशन के अध्यक्ष डॉ. बी.एन. गंगाधर के द्वारा अभी कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिए गए हैं, पर नवीन चिकित्सा महाविद्यालयों को खोलने के संबंध में प्रधानमंत्री कार्यालय और लोक स्वास्थ्य कल्याण मंत्रालय के द्वारा जिस तरह की तैयारियां की जा रहीं हैं, उसे देखते हुए सभी को तैयार रहने को कहा गया है।

एनएमसी के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को आगे बताया कि राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (स्नातक) नेशनल इल्जीबिलटी कम एंटरेंस टेस्ट (नीट) के जरिए एमबीबीएस में प्रवेश होता है। इस साल नीट की परीक्षा रविवार 05 मई को संपन्न हो चुकी है। इसका परिणाम भी जून के पहले सप्ताह तक आने की उम्मीद है। उसके एक महीने अर्थात जुलाई के दूसरे सप्ताह से काऊॅसलिंग आरंभ हो जाएगी। और कांऊॅसलिंग के उस दौर में सिवनी मेडिकल कॉलेज को अगर एनएमसी का ग्रीन सिग्नल मिल गया तब तो शैक्षणिक सत्र 2024 – 2025 में सिवनी के लगभग 300 करोड़ की लागत से बने उस भवन जिसमें निर्माण के दौरान सभी का प्रवेश वर्जित था में एमबीबीएस प्रथम वर्ष की कक्षाएं लगना आरंभ हो जाएंगी।

सूत्रों ने यह भी बताया कि एमबीबीएस के प्रथम एवं द्वितीय सेमिस्टर में एनाटामी, फिजियोलॉजी और बायोकेमिस्ट्री विषय ही मूलतः अध्ययन करने होंगे। इसके लिए छिंदवाड़ा, जबलपुर या आसपास के अन्य किसी चिकित्सा महाविद्यालय से विजिटिंग प्रोफेसर्स को तब तक के लिए बुलया जा सकता है जब तक इनकी सिवनी में तैनाती मुकम्मल न हो जाए।

मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा विभाग के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को यह भी बताया कि सिवनी के शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में स्टॉफ आदि की भर्ती, पुस्तकालय सहित अन्य सुविधाओं के साथ एकाध माह तक पूरे तरीके से कामकाज आरंभ करने के बाद सिवनी के चिकित्सा महाविद्यालय को स्वीकृति देने के लिए आवेदन किए जाने के बाद एनएमसी के दल द्वारा सिवनी के मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया जाकर अपना प्रतिवेदन दिया जाएगा, उसके बाद ही इसे मान्यता दिए जाने की कार्यवाही आरंभ की जाएगी।

वहीं, बताया जाता है कि सिवनी में मडिकल के लिए एनएमसी के द्वारा निरीक्षण किए जाने को लेकर इंदिरा गांधी जिला चिकित्सालय सिवनी के सिविल सर्जन एवं संयुक्त संचालक एवं अधीक्षक अस्पताल के द्वारा 25 मई को एक आदेश जारी किया गया है। इस आदेश में अगामी माहों में एनएमसी के निरीक्षण की संभावनाओं को देखते हुए अवकाश प्रतिबंधित कर दिया गया है।

ज्ञातव्य है कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा 2018 के विधानसभा चुनावों के एन पहले सिवनी में चिकित्सा महाविद्यालय खोलने की न केवल घोषणा की थी, वरन सिवनी में इसके लिए भवन के निर्माण हेतु निविदा भी आमंत्रित करवा दी थी। वर्तमान में लगभग 300 करोड़ रूपयों की लागत से इस भवन के प्रथम चरण के निर्माण का काम पूर्णता की ओर है।