कृषि संबंधी विभागों की कलेक्टर सुश्री जैन ने की विस्तृत समीक्षा

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। कलेक्टर सुश्री संस्कृति जैन ने शुक्रवार 04 अक्टूबर को कृषि संबद्ध विभागों की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने कृषि, उद्यानिकी, मत्स्य, पशुपालन विभाग अंतर्गत क्रियान्वित की जा रही विभागीय योजना तथा उनकी प्रगति की समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।

कलेक्टर सुश्री जैन ने उपसंचालक कृषि से गेहूं, चना, मटन, मसूर, राई, सरसों सहित अन्य रबी फसलों के क्षेत्रानुसार लक्ष्य के साथ ही जिले में आवश्यकतानुसार खाद-बीज की उपलब्धता के बारे में जानकारी लेकर संबंधित अधिकारियों को किसानों की आवश्यकतानुरूप खाद-बीज की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

उन्होंने कृषि लागत में कमी के लिए नैनों यूरिया के प्रयोग को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए। उन्होंने विभागीय फसल प्रदर्शन तथा लाभांवित कृषकों के माध्यम से नैनों यूरिया के प्रति जागरूकता बढाने के निर्देश दिए। कलेक्टर सुश्री जैन ने अमानक बीज-खाद के विक्रय की रोकथाम के लिए निजि प्रतिष्ठानों का औचक निरीक्षण करने तथा नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों जैविक खेती करने वाले किसानों को प्रोत्साहित करने लिए समय-समय पर विभागीय मार्गदर्शन देने के साथ-साथ फसल कटाई उपरांत जैविक कृषि करने वाले किसानों को उनकी फसल का बेहतर मूल्य मिले इस दिशा में मार्केटिंग तथा बेहतर खरीदारों की सूची की उपलब्धता कराने के निर्देश दिए।

कलेक्टर सुश्री जैन ने फसल कटाई उपरांत नरवाई जलाने वाले व्यक्तियों पर प्रभावी कार्यवाही के साथ-साथ नरवाई के प्रबंधन के विकल्पों का प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। उन्होंने हेप्पीसीडर से बोआई को प्रोत्साहित करने के लिए अनुदान की व्यवस्था करने के निर्देश भी कृषि विभाग के अधिकारियों को दिए हैं। कलेक्टर सुश्री जैन ने फसल लागत में कमी के लिए नवीन एसडब्लूआई तकनीक से गेहूं बोआई को प्रोत्साहित एवं प्रचारित करने के निर्देश भी कृषि विभाग के अधिकारियों को दिए हैं।

कलेक्टर सुश्री जैन ने उद्यानिकी विभाग की भी विभागीय समीक्षा करते हुए प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उन्नयन योजना अंतर्गत अधिक से अधिक खाद्य प्रसंस्करण इकाई की स्थापना को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही अन्य विभागीय योजनाओं में भी पात्रतानुसार हितग्राहियों को लाभांवित करने के लिए निर्देशित किया है। कलेक्टर सुश्री जैन ने एक जिला एक उत्पाद में चयनित सीताफल के उत्पादक कृषकों को लाभांवित करने की कार्य योजना से विभागीय अधिकारियों को कार्य करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सीताफल की ब्रांडिंग, मार्केटिंग के साथ-साथ बायर-सेलर की कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए।

कलेक्टर सुश्री जैन द्वारा मत्स्य विभाग अंतर्गत संचालित योजनाओं की प्रगति के साथ-साथ  मत्स्य बीज उत्पादन, तालाब पट्टा आवंटन सहित अन्य विभागीय बिंदुओं की विस्तृत समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने विभागीय योजनाओं से आजीविका मिशन के महिला स्व-सहायता समूहों को जोड़कर अधिक से अधिक रोजगार सृजन के निर्देश दिए हैं।  पशुपालन विभाग की विभाग समीक्षा करते हुए कलेक्टर सुश्री जैन ने जिले में संचालित गौशालाओं के व्यवस्थित संचालन के लिए विभागीय मॉनिटरिंग के लिए निर्देशित किया गया है। इसके साथ ही साथ पशुपालकों को के सी सी वितरण कार्यवाही में भी गति लाने के निर्देश दिए गए हैं।बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्री नवजीवन विजय के साथ अन्य विभागीय अधिकारियों की उपस्थिति रही।