हैप्‍पी सीडर से कृषक भाई करें रबी फसलों की सीधी बोनी

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। उपसंचालक किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग सिवनी श्री मौरिस नाथ द्वारा बताया गया कि सिवनी जिले में खरीफ की मुख्‍य फसल धान है जो कि लगभग 2 लाख हेक्‍टेयर में लगाई जाती है।

प्राय: देखने में आया है कि कृषक भाई धान फसल में कम्‍बाईन हार्वेस्‍टर से कटाई के उपरांत फसल अवशेषों को आग लगा देते है। जिससे पर्यावरण प्रदुषण के साथ-साथ मृदा की स्थिति भी खराब होती है। हैप्‍पी सीडर जो कि फसल अवशेष प्रबंधन कर सीधी बोनी का नया यंत्र है जिसके माध्‍यम से धान फसल की कटाई के पश्‍चात खेत में बिना जुताई किये रबी फसल की बोनी की जा सकती है। उन्होंने बताया कि हैप्‍पी सीडर फसल अवशेष प्रबंधन कर फसल बोनी का उन्‍नत यंत्र है जिसके माध्‍यम से बिना जुताई किये एवं खेत की तैयारी किये बिना सीधी बोनी की जा सकती है। यह यंत्र फसल अवशेषों को आच्‍छादन के रूप में खेत में बिछा देता है तथा फसल की बोनी कर देते है। उपसंचालक श्री नाथ ने हैप्‍पी सीडर से बोनी के लाभ से अवगत कराते हुए बताया कि खेत की बिना जुताई किये सीधे बोनी हो जाती है, खेत की तैयारी में लगने वाली अतिरिक्‍त लागत नही लगती है,यह यंत्र फसल अवशेषों को आच्‍छादन के रूप में बिछा देता है, जिससे खेत की नमी बनी रहती है तथा आगामी बोई गई फसल की सिंचाई में कमी आती है तथा फसल अवशेष आगामी समय में डी- कम्‍पोज होकर खाद के रूप में काम करते है एवं यंत्र लागत तथा समय दोनो बचाता है जिससे शुद्ध आय में वृद्धि होती है। उन्होंने किसान भाईयों को इस यंत्र की कार्य प्रणाली से अवगत कराते हुए बताया कि हैप्‍पी सीडर में बीज एवं उर्वरक हेतु पृथक-पृथक बाक्‍स बने होते है, जिससे पहले उर्वरक जमीन पर गिरता है तथा उसके पश्‍चात बीज की बोनी होती है। यह यंत्र जीरो टीलेज तकनी‍क के माध्‍यम से बोनी करता है एवं फसल अवशेषों को आच्‍छादन के रूप में बिछा देता है। बोनी की शुरूआती अवस्‍था में खेत में उपयुक्‍त नमी होने पर पर्याप्‍त अंकुरण होता है तथा फसल अवशेषों का प्रबंधन होकर मृदा की स्थिति में सुधार होता है।

उपसंचालक कृषि श्री नाथ ने बताया कि शासन द्वारा अनुदान पर उपलब्‍ध है यंत्र – हैप्‍पी सीडर अनुदान पर क्रय करने हेतु कृषक भाई ऑनलाईन पोर्टल के माध्‍यम से आवेदन कर सकते है। यंत्र की कीमत लगभग 1 लाख 90 हजार से 2 लाख रूपये तक है। जिसमें अनुदान वर्गवार लगभग 75 से 80  हजार रूपये प्राप्‍त होता है। शासन द्वारा कृषकों की सुविधा को ध्‍यान में रखते हुये वर्तमान में सभी कृषकों के लिये अनुदान की पात्रता रखी है।

अत: कृषक भाईयों से उपसंचालक कृषि श्री मोरिस नाथ एवं सहायक कृषि यंत्री श्री जे.एस. धुर्वे द्वारा अपील की जाती है कि वे इस यंत्र का अधिक से अधिक उपयोग कर लाभ अर्जित करे एवं अधिक जानकारी के लिये कृषक भाई कार्यालय उपसंचालक कृषि, कार्यालय सहायक कृषि यंत्री सिवनीएवं समस्‍त विकासखण्‍डों के कार्यालय वरिष्‍ठ कृषि विकास अधिकारी में सम्‍पर्क कर सकते है।

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