21 हजार दीपों का किया दीपदान

 

(ब्यूरो कार्यालय)

मोहगाँव (साई)। धार्मिक स्थल बैनगंगा तट मंशापूर्ण हनुमान घाट गोपालगंज में चल रही श्रीराम कथा का समापन हवन, भण्डारा प्रसाद वितरण के साथ समापन हुआ। यहाँ पहुँचे बड़ी संख्या में श्रद्धालुजनों ने दीपदान किया। मंशापूर्ण हनुमानघाट में शरद पूर्णिमा के पावन अवसर पर गंगाजी के घाट में 21000 दीपों के द्वारा दीपदान किया गया।

कथा के समापन दिन कथा व्यास बालव्यास दिव्यांशु महाराज ने बताया कि परम परमेश्वर के बनाये नियमों के द्वारा सर्वदा से बुराइयों के ऊपर अच्छाई जीतती आयी है। श्रीसीताराम युगल जोड़ी सरकार के चरणों की दासता स्वीकार कर ले तो सत्य के मार्ग पर उसे कभी भी पराजित नहीं होना पड़ेगा।

कलयुग केवल नाम अधारा भगवान के नाम में ही वह सब रस है, जिसके द्वारा उपासक उपास्या भाव से विजयी हो जाता है। भगवान और भगवान के बनाये धर्म से भी उसकी रक्षा होती रहती है। गोस्वामी तुलसीदास द्वारा विरचित श्रीराम कथा से कलिकाल के कलमसों को कुण्ठित किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि जगताधार भगवान श्रीराम भी धर्मपथ गामी बने हैं। जीवन में तनिक भी विचलित न हो पाने के कारण समुद्र जैसे विशाल सागर को पार कर रावण की लंका पर चढ़ाई करते हैं। यहाँ सागर संसार है राम धर्म है। लंका जीवन का वह शिखर है जहाँ पर कोई पहुँचना चाहता है, परन्तु यह सब सर्वदा सुख – दुःख को मुस्कुराते हुए रहने वाला वीर, व्रति ही कर सकता है।