बाल स्वरूप हनुमान मंदिर में गुरूपूर्णिमा के कार्यक्रम 03 से

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। नगर के प्रतिष्ठित बाल रूप हनुमान मंदिर में सोमवार 3 जुलाई को गुरु पूजन के साथ ही 4 जुलाई मंगलवार से विधिवत सावन उत्सव प्रारंभ हो जाएगा। मंदिर समिति द्वारा परंपरा अनुसार होने वाले इन कार्यक्रमों को भव्य एवं दिव्य रूप से मनाने के लिए संपूर्ण तैयारियां पूरी कर ली गई है।

मंदिर समिति द्वारा बताया गया है कि सोमवार को गुरु पूर्णिमा के अवसर पर मंदिर समिति के सदस्यों द्वारा प्रातः 6 बजे अभिषेक किया जायेगा तत्पश्चात गर्भगृह मे विराजमान भगवान श्री गणेशजी, बालरूप श्री हनुमानजी, श्री कालभैरव जी, शिवलिंग के रूप में विराजमान भगवान भोलेनाथ, एवं पंचमुखी हनुमान जी का चोला श्रंगार व आरती होगी। जबकि, परंपरा अनुसार गुरुदेव जी का पादुका पूजन कार्यक्रम रात्रि 8 बजे रखा गया है। जो मातृधाम के पुजारी धर्मवीर श्री अजीत तिवारी द्वारा संपन्न कराया जाएगा।

समिति द्वारा जानकारी दी गई है कि सावन उत्सव का प्रारंभ मंगलवार को प्रातः 5:30 बजे मंदिर के गर्भ गृह में शिव अभिषेक के साथ ही बालरूप हनुमानजी एवं पंचमुखी हनुमानजी के अभिषेक के साथ प्रारंभ हो जाएगा, जो पूरे सावन माह चलेगा। चूंकि इस वर्ष सावन माह दो माह का है अतः सभी आयोजन उक्तानुसार दो माह तक चलेंगे। इसी क्रम में संपूर्ण सावन माह में होने वाला बालरूप हनुमान मंदिर का प्रमुख कार्यक्रम सुंदरकांड का पाठ नित्य रात्रि 7:45 बजे से प्रारंभ होगा।

उल्लेखनीय है कि बालरुप हनुमान मंदिर में पिछले 24 से अधिक वर्षों से निरंतर संगीतमय सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया जाता है जो ना सिर्फ नगर और सिवनी जिले बल्कि आसपास के जिले के लोगों के लिए भी विशेष आकर्षण का केंद्र रहता है।

मंदिर समिति द्वारा बताया गया है कि उक्त दोनों ही कार्यक्रम मंदिर के वरिष्ठ आचार्यों द्वारा विधिवत संपन्न कराए जाएंगे। प्रातः कालीन अभिषेक एवं सुंदरकांड पाठ मे शामिल होने वाले भक्तों को समस्त पूजन सामग्री मंदिर समिति द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी इस हेतु अभिषेक एवं सुंदरकांड के पाठ के लिए ₹501 का दान पत्र मंदिर समिति द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा है। जो भी भक्त यजमान के रूप में इन कार्यक्रमों में शामिल होना चाहते हों वे मंदिर परिसर में स्थित काउंटर पर संपर्क कर सकते हैं।

मंदिर समिति द्वारा बताया गया कि, प्रतिदिन सुंदरकांड पाठ संपन्न होने के बाद वितरित किए जाने वाला विशेष महाप्रसाद यदि कोई भी भक्त या श्रद्धालु अपनी ओर से अर्पित और वितरत करवाना चाहता है तो वह मंदिर के दान काउंटर में संपर्क कर सकता है।

मंदिर समिति द्वारा दोनों ही कार्यक्रमों में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने एवं धर्म लाभ लेने का आग्रह सभी भक्तों, श्रद्धालुओं एवं गुरु परिवार के सदस्यों से किया गया है।