26 बरस बाद स्कूले के मित्रों से मिलकर उछल पड़े 1997 बैच के विद्यार्थी

65 सभी सहपाठियों को समान भाव से व्हाट्सऐप ग्रुप बनाकर किया आमंत्रित
(ब्यूरो कार्यालय)


सिवनी (साई)। मित्रता संसार की सबसे खूबसूरत और आत्मीय अभिव्यक्ति मानी जाती है। देश एवं विदेश के विभिन्न शहरो से 65 सहपाठी लगभग 26 वर्ष बाद अपने पुराने स्कूल में पहुंचे और अतीत के सुनहरे पलों को आज अधेड़ावस्था में अपने जेहन में कैद किया। सभी ने स्कूल में बिताये दिनों को याद किया और एक-दूसरे से अपने अनुभव बांटे।
मध्य प्रदेश के जिला सिवनी में ऐतिहासिक धरोहर एवं अपने अंदर गौरवशाली अतीत सहेजने वाले शिक्षण संस्थान मिशन उच्चतर माध्यमिक शाला (बड़ा मिशन स्कूल) के वर्ष 1997 बैच के सारे सहपाठियों ने एक साथ मिलकर रियूनियन (पुर्नमिलन) का कार्यक्रम आयोजित किया।


विद्यार्थियों ने बताया कि आज से 26 वर्ष पूर्व वर्ष 1997 से हायर सेकेण्डरी उर्त्तीण सभी सहपाठी अपने-अपने भविष्य की इच्छा लेकर अलग-अलग दिशाओं में आगे बढ़ गये थे और अलग-अलग देश एवं विदेश में जाकर अपने कर्म के साथ जुड़ गए। लगभग 26 वर्ष पश्चात तकनीक के उभरते दौर में व्हाट्सएप और फेसबुक के माध्यम से इन सहपाठियों द्वारा एक ग्रुप के माध्यम से वर्ष 1997 बैच के सारे सहपाठी मित्रों को आपस में जोड़ा गया।


इन सभी मित्रो का पुर्नमिलन कार्यक्रम बीति 15 जुलाई 2023 को सिवनी के बड़ा मिशन स्कूल प्रांगण में संपादित हुआ। यह एक भाव विभोर करने वाला पल था इस स्वर्णिम यादगार पल में वर्ष 1997 बैच के के सभी साथी सुबह से ही मिशन स्कूल में एकत्रित होना आरंभ हो गए थे।

वर्ष 1997 से लेकर वर्ष 2023 तक लगभग 26वर्ष के पश्चात सभी मित्र आपस में मिशन स्कूल प्रांगण में एक दूसरे से मिले और अपनी पुरानी यादों को ताजा किए। इस पुर्नमिलन कार्यक्रम में देश के विभिन्न शहरो एवं विदेश से मित्रगण शामिल हुये। इस कार्यक्रम में अमेरिका, दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर, पुणे, कानपुर, नागपुर, जबलपुर, भोपाल, इंदौर, मंडला, बालाघाट, बैतूल, छिंदवाड़ा एवं सिवनी के विभिन्न स्थानो से आकर पुराने दोस्त सम्मिलित हुये। इस पुर्नमिलन कार्यक्रम की विशेषता यह थी कि इस कार्यक्रम में शाला में साथ पढ़े हर छात्र को उस व्हाट्सऐप ग्रुप से न केवल जोड़ा गया था, वरन उसे अपनी व्यस्त दिनचर्या में से समय निकालकर इस पुर्नमिलन कार्यक्रम का हिस्सा बनने हेतु दबाव भी डाला गया था।

15 जुलाई को सर्वप्रथम सभी छात्रों ने अपने पुराने शिक्षकगण से मुलाकात की उनका आदर सत्कार किया। उन्हें सम्मान स्वरूप शाल एवं श्रीफल भेट किया। शाला के प्राचार्य श्री रॉबिन मसीह सर को सम्मानित कर उसी दिन गणित के टीचर सलील दीक्षित का जन्मदिन उत्सव मनाया। पुराने शिक्षकगण ने भी अपने पुराने दिनों को याद किया। सभी छात्रो ने स्कूल मे सुबह की 11बजे की प्रार्थना को अटेंड किया। प्रार्थना के उपरांत शिक्षकगण ने 1997 बैच के सहपाठियों को आज के छात्रो से रूबरू कराया। पुर्नमिलन में सम्मिलित सहपाठियांे ने बच्चो को बताया कि आज वे सभी मित्रगण शासकीय एवं प्राईवेट संस्थान जैसे न्याय विभाग, पुलिस विभाग, राजस्व विभाग, चिकित्सा विभाग, इंजीनियरिंग विभाग, इंफरमेशन टेक्नॉलाजी (आईटी) विभाग, राजनीति, शिक्षा जगत, अथवा व्यापार जगत में वरिष्ठ मुकाम पर पदस्थ हैं। उपरोक्त सहपाठियों द्वारा व्यक्त किया गया कि आज वे जिस मुकाम पर है उस पर उन शिक्षकों द्वारा दी गई शिक्षा एवं अनुशासन का बहुत बड़ा योगदान है।


इस प्रकार के पुर्नमिलन समारोह में पुरानी पीढ़ी एवं आज की पीढ़ी के बच्चे सम्मिलित थे जिनके द्वारा भविष्य को लेकर क्या-क्या उपलब्धियां और बेहतर भविष्य की कामनाएं की जा सकती हैं पर चर्चा की गई। आज के इस व्यापक वैश्विक युग में समय को निकालना और एक साथ सभी मित्रों का मिलना यह अपने आप में एक महत्वपूर्ण पल है। अगर इस तरह से हर वर्ष यह कार्यक्रम आयोजित होता रहा तो पुरानी पीढ़ी अपने आने वाली पीढ़ी को अच्छी शिक्षा और ज्ञान का भंडार देकर प्रज्वलित कर सकती है।