कई लोगों से अड़ीबाजी कर चुका है आरोपी!

 

 

बीएसएफ के कर्मचारी होने का दावा हो सकता है झूठा!

(अय्यूब कुरैशी)

सिवनी (साई)। मोहगाँव से खवासा के बीच फोरलेन का निर्माण करा रही दिलीप बिल्डकॉन (डीबीएल) कंपनी से अड़ीबाजी कर एक करोड़ रूपये माँगने वाले आरोपी को पुलिस ने धर दबोचा है। आरोपी के द्वारा अड़ीबाजी की रकम लेने के लिये दिलीप बिल्डकॉन के कर्मचारी को लगभग दो दर्ज़न से ज्यादा बार फोन किया गया।

उक्ताशय की बात पुलिस सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को देते हुए बताया कि इस मामले में प्राथमिक जाँच में आरोपी के नक्सल कनेक्शन की बात प्रमाणित होती नहीं दिख रही है। आरोपी के द्वारा दिलीप बिल्डकॉन के जिस कर्मचारी का नंबर लिया गया था उसे पैसों के लिये आरोपी के द्वारा 26 से ज्यादा बार फोन लगाये गये।

सूत्रों ने आगे बताया कि आरोपी के द्वारा बार – बार फोन लगाये जाने के बाद पुलिस की सायबर सेल की मदद से आरोपी की लोकेशन ली जाती रही। इसके बाद पुलिस के दल द्वारा आरोपी को पीपरवानी के पास डीबीएल के कर्मचारी के साथ मोबाईल पर बात करते हुए धर दबोचा गया।

सूत्रों ने बताया कि आरोपी को जब गिरफ्तार किया गया था तब डीबीएल का कर्मचारी पुलिस के साथ था और वह आरोपी को बातों में उलझाये हुए था। पुलिस का दल चार और दो पहिया वाहनों पर चल रहा था। जैसे ही एक व्यक्ति मोबाईल पर बातचीत करते हुए मिला पुलिस ने उसे धर दबोचा।

सूत्रों ने आगे बताया कि आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का बर्खास्त सिपाही है। उसके पास बीएसएफ का एक परिचय पत्र भी मिला है। सूत्रों ने इस बात पर शंका जाहिर करते हुए कहा कि बालाघाट जिला के तिरोड़ी के ग्राम पोनिया निवासी नीतेश परते (24) पिता सुखदास परते के द्वारा दिखाया गया परिचय पत्र भी झूठा हो सकता है।

सूत्रों ने इस बात के संकेत भी दिये हैं कि आरोपी के द्वारा इसके पहले भी अनेक लोगों से इसी तरह की अड़ीबाजी कर पैसे वसूले गये हैं। बालाघाट पुलिस भी आरोपी की गहनता के साथ तलाश कर रही थी। सूत्रों ने उम्मीद जतायी है कि इस मामले में अन्वेषण के बाद और भी अधिक सनसनीखेज तथ्य निकलकर सामने आ सकते हैं