पेयजल संकट की जद में कलारबांकी

 

(ब्यूरो कार्यालय)

कलारबांकी (साई)। तहसील के कलारबांकी गाँव में भीषण पेयजल संकट की स्थिति बनी हुई है। लगातार शिकायत करने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हो पा रही है। इस स्थिति को लेकर ग्रामीणों ने कलेक्टर को शिकायत कर समस्या के निदान की माँग की है।

ग्रामीणों के अनुसार जलसंकट के चलते हालात यहाँ तक पहुँच गये हैं कि पीने का पानी भी नहीं मिल रहा। कलारबांकी के मुख्य चौराहे से रोजाना हजारों वाहन व नागरिक आवागमन करते हैं। वे अपनी प्यास बुझाने के लिये कलारबांकी बस स्टैण्ड में रूकते हैं लेकिन यहाँ से उन्हें प्यासे ही जाना पड़ता है।

गाँव के मोनू राय ने बताया कि यहाँ पर एक हैण्ड पंप था जो पिछले काफी दिनों से पानी नहीं उगल रहा है। पानी नहीं मिलने के कारण होटल संचालकों को भी दिक्कतें हो रही हैं। कई बार तो उन्हें दुकानें बंद करना पड़ता है। लोगों के अनुसार जल संकट के कारण लोग सार्वजनिक, सामाजिक व व्यक्तिगत कार्यों को नहीं कर पा रहे हैं। यही हाल कलारबांकी से सटे ग्राम बान्दरा का भी है। यहाँ के लोग 2-3 किलोमीटर दूर से दूषित पीने के लिये पानी लाने को मजबूर हैं। क्षेत्र का जल स्तर निरंतर नीचे जा रहा है, जबकि पंचायत स्तर पर कई बार जल व्यवस्थाओं के लिये आवेदन भी दिया जा चुका है।

पानी की समस्या को लेकर डॉ.सुनील राय समेत अन्य लोगों का कहना है कि गाँव में एक अतिरिक्त हैण्ड पंप और एक कुंआ होना चाहिये। जल स्तर नीचे जाने के कारण पीएचई भी इसको लेकर कोई कदम नहीं उठा रहा है। वर्तमान में पानी के लिये लोग सुबह से शाम तक खाली बर्तन लेकर इधर से उधर भटकते हैं। पानी जहाँ मिलता है वह स्थान गाँव से काफी दूरी पर स्थित है। सबसे बड़ी समस्या मवेशियों को लेकर भी है। इस क्षेत्र के वाशिंदों के द्वारा मवेशियों को दूरस्थ स्थान पर ले जाकर उन्हें पानी पिलाना पड़ रहा है।