डीएचओ, एमईआईओ के बीच हुई तकरार!

 

 

उपस्थिति पंजी में गैरहाज़िरी लगाने से बढ़ा विवाद!

(अय्यूब कुरैशी)

सिवनी (साई)। लगता है जिला कलेक्टर प्रवीण सिंह के द्वारा स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्थाओं को पटरी पर लाने की मुहिम परवान नहीं चढ़ पा रही है। सोमवार 17 जून को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) कार्यालय में जिला स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अधिकारी (डीएचओ) एवं मीडिया अधिकारी (एमईआईओ) के बीच जमकर तकरार हुई, जो दिन भर चर्चा का विषय बनी रही।

सीएमएचओ कार्यालय के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि हाल ही में डीएचओ डॉ.मधु सूदन धर्डे एवं स्वास्थ्य विभाग के डीपीएम चंद्र भूषण तेलंग के बीच हुई नोकझोंक का मामला शांत नहीं हो पाया था कि सोमवार को डीएचओ डॉ.धर्डे और एमईआईओ एस.के. भोयर के बीच जमकर तकरार हो गयी।

सूत्रों का कहना था कि डीएचओ डॉ.धर्डे के द्वारा सुबह कार्यालय पहुँचने के साथ ही अनुपस्थित कर्मचारियों के नाम के सामने उपस्थिति पत्रक में गैर हाज़िरी लगाना आरंभ कर दिया गया। उनके द्वारा जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.एस.पी. पटेरिया, डीएचओ नंबर दो डॉ.प्रभाकर सिरसाम, एमईआईओ एस.के. भोयर, सहायक ग्रेड दो संजय तिवारी, फॉर्मासिस्ट राकेश मोहन श्रीवास्तव, एस.टी. धकाते आदि के नाम के आगे अनुपस्थिति दर्ज कर दी गयी।

सूत्रों ने बताया कि इसके उपरांत डॉ.एच.पी. पटेरिया के नाम के आगे इस माह में पहली तारीख से ही टी (भ्रमण पर) दर्शा दिया गया है। एस.के. भोयर की तीन दिन की अनुपस्थिति लगी है पर उनके द्वारा ए (अनुपस्थित) के ऊपर हस्ताक्षर भी कर दिये गये हैं। इसी तरह संजय तिवारी के आगे ए के ऊपर सीएल (आकस्मिक अवकाश), राकेश मोहन श्रीवास्तव के नाम के आगे लगी अनुपस्थिति के ऊपर ईएल (अर्जित अवकाश) लिख दिया गया है।

सूत्रों ने बताया कि डीएचओ एवं एमईआईओ के बीच इस बात को लेकर तकरार हुई कि एमईआईओ की अनुपस्थिति डीएचओ के द्वारा कैसे लगा दी गयी। दोनों के बीच हुए वार्तालाप, आरोप प्रत्यारोप के संबंध में सूत्रों ने बताया कि दोनों के द्वारा स्तरहीन तरीके से एक दूसरे को संबोधित करते हुए एक दूसरे की टोपी उछाली गयी।

इस संबंध में जब डॉ.धर्डे से उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया तो उनसे संपर्क नहीं हो सका, वहीं एमईआईओ एस.के. भोयर के द्वारा अपना पक्ष रखते हुए कहा गया कि उनके द्वारा डॉ.धर्डे से इतना ही कहा गया था कि किसी भी कर्मचारी की अनुपस्थिति लगाने के पहले यह देख लिया जाये कि वह सीएल पर है अथवा वाकई अनुपस्थित है।