मंत्री जयवर्धन के दौरे को नहीं दी काँग्रेस ने तवज्ज़ो!

 

 

बात-बात पर विज्ञप्ति जारी करने वाली काँग्रेस ने नहीं जारी की दौरे की आधिकारिक विज्ञप्ति!

(अखिलेश दुबे)

सिवनी (साई)। प्रदेश सरकार के नगरीय प्रशासन और विकास मंत्री जयवर्धन सिंह के गत दिवस सिवनी प्रवास को जिला काँग्रेस के एक गुट के द्वारा तवज्ज़ो न दिये जाने की चर्चाएं काँग्रेस के अंदर जमकर हो रही हैं। यहाँ तक कि जयवर्धन सिंह के सिवनी प्रवास के संबंध में जिला काँग्रेस के प्रवक्ताओं की फौज के द्वारा एक अदद विज्ञप्ति जारी करना भी मुनासिब नहीं समझा गया।

काँग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने पहचान छुपाने की शर्त पर समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि पिछले लगभग एक साल से अधिक समय से जिले में काँग्रेस के अंदर गुटबाजी जिस तरह हावी है वह जिले के इतिहास में सबसे ज्यादा ही मानी जा रही है। इसका कारण संगठन के द्वारा चीन्ह – चीन्ह कर रेवड़ियां बांटना है।

उक्त नेता का कहना था कि इसके पहले जिला काँग्रेस के अध्यक्षों और अन्य पदाधिकारियों के द्वारा जिला स्तर के सभी नेताओं के बीच समन्वय बनाकर, सभी गुटों को साधकर काँग्रेस का संचालन किया जाता था। यह संभवतः पहली ही बार हो रहा है कि काँग्रेस में एक गुट विशेष को ही अघोषित तौर पर सारे अधिकारों से लैस कर दिया गया है।

उक्त नेता ने कहा कि बीते दिनों पूर्व मुख्यमंत्री राजा दिग्विजय सिंह के पुत्र एवं प्रदेश के कैबिनेट मंत्री जयवर्धन सिंह के सिवनी आगमन के दौरान उनकी अगवानी में न तो पोस्टर्स बेनर्स ही दिखायी दिये न ही जिला काँग्रेस के द्वारा उनका आधिकारिक कार्यक्रम ही जारी किया गया।

उन्होंने कहा कि जयवर्धन सिंह अपने प्रवास के दौरान पूर्व विधायक रजनीश सिंह के निवास पर गये। इस दौरान के जो चित्र सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं उनमें जिला काँग्रेस के जिला स्तरीय क्षत्रप तो दिखायी दे रहे हैं किन्तु एक गुट विशेष के नेता इसमें दिखायी नहीं दे रहे हैं जो इस बात की ओर संकेत कर रहे हैं कि जयवर्धन सिंह का सिवनी प्रवास, इन नेताओं को रास नहीं आया।

वहीं, काँग्रेस के अंदरखाने से छन-छन कर बाहर आ रहीं खबरों पर अगर यकीन किया जाये तो जिला स्तरीय नेताओं को आपसी मनभेद और मतभेदों को तिलांजलि देते हुए प्रदेश के मंत्री जयवर्धन सिंह की बर्रा में ही आगवानी कर यह संदेश देने का प्रयास किया जाना चाहिये था कि काँग्रेस के अंदर सभी नेता एक हैं और सभी काँग्रेस को नयी ऊँचाईयों पर ले जाने के लिये कटिबद्ध हैं।

काँग्रेस के अंदर चल रहीं चर्चाओं पर अगर यकीन किया जाये तो स्थानीय मामलों से ज्यादा देश – प्रदेश की चिंता करने वाले काँग्रेस के नेताओं ने जिला काँग्रेस की ओर से प्रदेश सरकार के मंत्री जयवर्धन सिंह के आगमन, कार्यकर्त्ताओं से भेंट आदि की बात को लेकर कम से कम एक अदद विज्ञप्ति तो जारी करना ही चाहिये था।

चर्चाओं के अनुसार जिले में काँग्रेस को फर्श से अर्श पर ले जाने में महती भूमिका निभाने वाली पूर्व केंद्रीय मंत्री सुश्री विमला वर्मा के नाम पर ऑडिटोरियम बनाने के लिये राशि की स्वीकृति की बात मंत्री जयवर्धन सिंह के द्वारा कहे जाने के बाद भी जिला काँग्रेस ने इस बात को लेकर भी विज्ञप्ति जारी नहीं की है। यही स्थिति उस समय भी निर्मित हुई थी जब वन मंत्री उमंग सिंघार के द्वारा जिला काँग्रेस के भवन के लिये एक लाख रूपये की राशि दिये जाने की घोषणा की गयी थी। उस समय भी काँग्रेस के द्वारा इस संबंध में मौन ही साध लिया गया था।