कोरोना का कहर : चिकन के गिरे दाम

 

(संजीव प्रताप सिंह)

सिवनी (साई)। शहर के थोक व फुटकर चिकन व्यवसायियों की रोजी – रोटी पर संकट मण्डराता दिख रहा है। कोरोना वायरस के कारण चिकन के व्यवसाय में 50 प्रतिशत तक की गिरावट आ गयी है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर में हालात ये हैं कि 100 रूपये प्रति किलो की दर से अधिक की दर पर बिकने वाला चिकन अब महज 40 से 50 रूपये प्रति किलो और वह भी बोली लगाकर बेचा जा रहा है। शहर के चिकन पार्लर्स में चिकन के खरीददार भी अब कम ही दिख रहे हैं।

बताया जाता है कि ब्रॉयलर 40 रूपये, कॉकरेल 80 रूपये तो देशी चिकन 300 रूपये प्रति किलो तक बिक रहा है। कहा जा रहा है कि कोरोना वायरस के डर से लोगों ने चिकन खाना बेहद कम कर दिया है। ऐसे में दुकानदारों को कटा हुआ चिकन आवारा कुत्तों को खिलाना कर पड़ रहा है।

चिकन के थोक व फुटकर विक्रेताओं के मुताबिक कोरोना वायरस के कारण एक से 17 मार्च तक लाखों रूपयों का नुकसान हो चुका है। चिकन के दाम 50 से 75 प्रतिशत घटाने के बाद भी, चिकन के शौकीन अधिकांश लोग चिकन नहीं खरीद रहे हैं। एक चिकन शॉप के विक्रेता ने बताया कि कोरोना वायरस का चिकन खाने से कोई संबंध नहीं है, लेकिन लोगों में डर है, इसलिये 50 प्रतिशत तक चिकन कम बिक रहा है।

अण्डे पर भी असर : इधर, कोरोना वायरस के कारण 30 प्रतिशत तक अण्डे का व्यवसाय भी कम हुआ है। लोग कोरोना वायरस के कारण अण्डे भी खरीदना पसंद नहीं कर रहे हैं। फरवरी तक एक अण्डा 07 रुपये का आता था, जो अब 04 से 05 रुपये का फुटकर में मिल रहा है, लेकिन कोरोना वायरस के कारण लोग अण्डे खाने से परहेज करते दिख रहे हैं।