बांध की सुरक्षा हेतु लगी नर्सरी हुई उजाड़

 

 

लगायी थी 05 हेक्टेयर में नर्सरी, बची 03 एकड़ में

(फैयाज खान)

छपारा (साई)। इधर, जिलाधिकारी प्रवीण सिंह एशिया के सबसे बड़े मिट्टी (भीमगढ़) को पर्यटन के नक्शे पर लाने का प्रयास कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर बांध की सुरक्षा को लेकर सिंचाई विभाग के अधिकारी ही पूरी तरह उदासीन नज़र आ रहे हैं।

सिंचाई विभाग के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि बांध के लिये बनायी गयी गाईड लाईन के हिसाब से बांध की पाँच सौ मीटर की परिधि में कोई भी निर्माण कार्य, खेती आदि पूरी तरह प्रतिबंधित है, ताकि बांध की सुरक्षा बरकरार रहे।

सूत्रों ने बताया कि संजय सरोवर परियोजना के भीमगढ़ बांध के पास भीमगढ़ कॉलोनी के करीबी क्षेत्र में पाँच हेक्टेयर भूमि पर विभिन्न वृक्षों की नर्सरी तैयार की गयी थी। यह कवायद इसलिये की गयी थी ताकि बांध की सुरक्षा को खतरा न उत्पन्न हो सके।

सूत्रों की मानें तो क्षेत्र के दो दबंग व्यक्तियों के द्वारा इस नर्सरी का लगभग दो हेक्टेयर का रकबा उजाड़ा जाकर यहाँ पर खेती की जा रही है। इन दबंगों के द्वारा इस भूमि पर स्थायी कब्जा भी कर लिया गया है। सूत्रों ने कहा कि इस बात की जानकारी विभागीय अधिकारियों को होने के बाद भी उनके द्वारा इस मामले में उदासीनात्मक रवैया अपनाया जा रहा है।

इस मामले में जब जल संसाधन विभाग के अनुविभागीय अधिकारी उदयभान सिंह मर्सकोले से चर्चा की गयी तो उन्होंने कहा कि किसी को भी स्थायी कोई पट्टा नहीं दिया गया है। इस बात की शिकायत प्राप्त हुई है जाँच उपरांत कब्जा हटवाया जायेगा।