परेशान हो रहे डायरिया के मरीज!

 

 

आईसोलेशन वार्ड में बंद है शौचालय!

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। जिलाधिकारी प्रवीण सिंह भले ही जिला अस्पताल को सुंदर और व्यवस्थित करने के प्रयास कर रहे हों पर जिले के अन्य अधिकारी उनकी इस मुहिम में पलीता लगाने से नहीं चूक रहे हैं। जिला अस्पताल में डायरिया के मरीजों को आईसोलेशन वार्ड में भर्ती किया जाता है और इस वार्ड का शौचालय ही एक माह से बंद पड़ा हुआ है।

जिला अस्पताल में उल्टी दस्त (डायरिया) के मरीज आईसोलेशन वार्ड में भर्ती कराए जाते हैं। इस वार्ड के मरीजों को शौच और मूत्र त्याग के लिए अन्य वार्ड में जाने पर इसलिए मजबूर होना पड़ रहा है क्योंकि इस वार्ड का शौचालय एक माह से अधिक समय से बंद पड़ा हुआ है।

अस्पताल के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि आईसोलेशन वार्ड में उल्टी दस्त के मरीजों के अलावा अन्य मरीजों को भी भर्ती किया जाता है। इस वार्ड की क्षमता 24 मरीजों की है। 24 पलंग वाला यह वार्ड इन दिनों हाऊस फुल चल रहा है। इस माह इस वार्ड में लगभग तीन सौ से ज्यादा मरीज भर्ती हो चुके हैं।

सूत्रों ने बताया कि कायाकल्प अभियान के तहत इस वार्ड के शौचालय को बंद कराया जाकर इसका निर्माण कराया जा रहा है। मजे की बात तो यह है कि इस शौचालय के निर्माण को आरंभ कराने के पहले अस्पताल प्रशासन के द्वारा मरीजों के नित्य कर्म के लिए वैकल्पिक व्यवस्थाएं भी नहीं की गई हैं।

मरीजों के परिजनों ने बताया कि डायरिया के चलते मरीज वैसे भी कमजोर हो जाते हैं। इन परिस्थिति में उन्हें बार बार दूसरे वार्ड ले जाकर शौच या मूत्र त्याग करने में बहुत ही ज्यादा कठिनाई हो रही है। वहीं दूसरे वार्ड्स में भी मरीजों की तादाद ज्यादा होने के कारण कई बार शौचालय खाली नहीं मिलते जिससे मरीज असहज हो उठते हैं।

सूत्रों की मानें तो जिला अस्पताल के अनेक वार्ड के शौचालय जर्जर स्थिति में होने के बाद 20 जून को शौचालयों की मरम्मत अथवा नए शौचालय बनाए जाने के आदेश जारी किए जाने के बाद अब तक इस वार्ड में शौचालय को पूर्ण नहीं कराया जा सका है। आलम यह हो गया है कि इस वार्ड के बरामदे में ही अनेक मरीजों के द्वारा गंदगी कर दी जाती है।