मौसमी बीमारियों को लेकर चौकन्ना नहीं प्रशासन!

 

(सादिक खान)

सिवनी (साई)। आम जनता के स्वास्थ्य को देखते हुए प्रशासन के द्वारा बारिश के पहले ही सतर्कता बरते जाने के निर्देश जारी किये जाते हैं लेकिन इन दिनों इस तरह की कोई भी गतिविधि अभी तक देखने में नहीं आयी है। पिछले कुछ वर्षों की तरह नगरीय निकाय के द्वारा इस बार भी इस संबंध में जरा भी गंभीरता नहीं दिखायी जा रही है। इससे जन स्वास्थ्य पर खासा असर पड़ सकता है।

बारिश अब आरंभ हो गयी है। उसके बाद भी अब तक प्रशासन की ओर से कोई एहतियात बरती जा रही हो, ऐसा कुछ भी नज़र नहीं आ रहा है। भले ही अभी ज्यादा मात्रा में बारिश न हुई हो लेकिन, परंपरागत प्री मॉनसून का दौर समाप्त होने के एक लंबे अरसे के बाद अब वर्तमान मौसम को देखते हुए यह स्पष्ट परिलक्षित हो रहा है कि बारिश का मौसम अपनी लय में आ गया है।

सिवनी में 15 जून के आसपास ही बारिश आरंभ होने का समय माना जाता रहा है। इसे देखते हुए कुछेक स्थानों पर निकायों के द्वारा साफ सफाई का अभियान तो चलाया गया लेकिन उसमें भी कोताही बरती गयी है। कुछ स्थानों पर अभियान अवश्य ही चलाये गये लेकिन सघन बारिश के मौसम को देखते हुए जिस तरह की साफ सफाई के कार्य को अंजाम दिया जाना था, वैसा कहीं पर भी देखने को नहीं मिल सका। कई स्थानों पर तो अभी भी साफ सफाई आरंभ ही नहीं की गयी है जबकि जुलाई का पहला हफ्ता अब बीतने की ओर है। ऐसी स्थिति जिला मुख्यालय ही नहीं बल्कि पूरे जिले में ही देखी जा रही है।

कुछ दिनों तक मॉनसून के रूठे रहने के बाद अब बारिश का दौर फिर आरंभ हो गया है। बीते शनिवार की दोपहर बाद आरंभ हुई बारिश ने अनेक स्थानों पर जल प्लावन की स्थिति भी निर्मित कर दी। शहर के नाले और नालियों से गंदगी निकलकर सड़कों पर पसरने लगी है।

यहाँ यह उल्लेखनीय होगा कि खाद्य सुरक्षा अमले के द्वारा जिले में जाँच के नाम पर पिछले कुछ वर्षों से महज खानापूर्ति ही की जा रही है। विभाग के द्वारा जिले के गिने चुने स्थानों पर कभी कभार जाँच कर अपने कर्त्तव्यों की इतिश्री कर ली जाती है। यहाँ यह भी उल्लेखनीय होगा कि जिले में खाद्य निरीक्षक तैनात हैं लेकिन उनके द्वारा वर्तमान में सिर्फ और सिर्फ औपचारिकता ही की जा रही है।

खाद्य सुरक्षा और नगरीय निकायों को साफ सफाई और बाज़ार में दूषित खाद्य सामग्री न बिकने देने के संबंध में थोक में निर्देश तो दिये जाते हैं लेकिन इन निर्देशों के परिपालन में दोनों ही विभाग शून्य की स्थिति में हैं। नगरीय निकायों के द्वारा बारिश के पहले विशेष सफाई अभियान चलाकर नाले नालियों और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर सफाई की जाती है।

इसी तरह खाद्य सुरक्षा के तहत बाज़ार में भी बिकने वाली खाद्य सामग्री की जाँच पड़ताल की जाती है, ताकि सड़ी गली सामग्री न बिक पाये। इसके लिये जिला प्रशासन को संबंधित अधिकारियों को निर्देश जारी करने की जरूरत महसूस की जा रही है और शायद संबंधित भी इन निर्देशों का इंतजार ही करते दिख रहे हैं।