सप्ताह भर से ज्वाईनिंग के लिये भटक रहा चिकित्सक!

 

मुख्य चिकित्सा अधिकारी नहीं ले रहे पदभार ग्रहण कराने में दिलचस्पी!

(अय्यूब कुरैशी)

सिवनी (साई)। चिकित्सकों की कमी से जूझ रहे सिवनी जिले में हाल ही में दो चिकित्सकों की पदस्थापना की गयी है। इनमें से एक चिकित्सक 12 फरवरी से अपनी ज्वाईनिंग देने के लिये भटक रहे हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.के.आर. शाक्य के द्वारा उन्हें पदभार ग्रहण करवाने में आनाकानी की जा रही है।

सीएमएचओ कार्यालय के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि लोक सेवा आयोग से चयनित चिकित्सकों की पदस्थापना में संशोधन के आदेश लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अवर सचिव अजय नथानायल के हस्ताक्षरों से जारी किये गये हैं।

सूत्रों ने बताया कि इस आदेश में दो चिकित्सकों की तैनाती सिवनी में की गयी है। इसमें डॉ.शिल्पा सैयाम की पदस्थापना प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र धोबीसर्रा के स्थान पर ट्रामा केयर यूनिट में एवं डॉ.टी.एस. इनवाती की सीधी जिले में की गयी पदस्थापना में संशोधन करते हुए उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र छपारा पदस्थ किया गया है।

सूत्रों ने बताया कि डॉ.इनवाती 12 फरवरी को पदभार ग्रहण करने सीएमएचओ कार्यालय पहुँचे थे। इसके बाद भी उन्हें इन पंक्तियों के लिखे जाने तक पदभार ग्रहण नहीं करवाया गया है, जबकि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र छपारा में वैसे भी चिकित्सकों की कमी है।

स्वास्थ्य विभाग के पोर्टल में छपारा में पद रिक्त बताया जा रहा है पर छपारा में पद वास्तव में रिक्त नहीं है। इस मामले में सीएमएचओ डॉ.के.आर. शाक्य ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया से चर्चा के दौरान बताया कि इस मामले में टेक्नीकल इश्यू आड़े आ रहा है।

उन्होंने बताया कि जब सिवनी में पी. नरहरि जिलाधिकारी थे, उस दौरान प्रभारी मंत्री की अनुशंसा पर डॉ.लाकरा जो छपारा में पदस्थ थे, उन्हें अस्थायी तौर पर केवलारी में पदस्थ कर दिया गया था। चूँकि द्वितीय श्रेणी अधिकारियों का तबादला शासन स्तर पर किया जाता है इसलिये यह आदेश स्थानीय व्यवस्था के हिसाब से तो ठीक था पर डॉ.लाकरा की तैनाती छपारा में ही थी।

उन्होंने यह भी बताया कि डॉ.लाकरा के वेतन का आहरण छपारा से किया जा रहा था, किन्तु वे सेवाएं केवलारी में बतौर बीएमओ दे रहे थे। उन्होंने यह भी बताया कि डॉ.लाकरा के द्वारा भी शासन स्तर पर अपने तबादला आदेश में संशोधन नहीं कराया गया था, इस लिहाज़ से छपारा में मेडिकल ऑफिसर के पद रिक्त नहीं हैं। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा शासन को पत्र लिखकर मार्गदर्शन माँगा गया है।

इस संबंध में केवलारी विधायक राकेश पाल सिंह से चर्चा की गयी तो उन्होंने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि वैसे भी जिले में चिकित्सकों की कमी है इस हिसाब से जो चिकित्सक आये हैं उनसे कार्यभार ग्रहण करवा लिया जाना चाहिये था। उन्होंने कहा कि वे इस मामले में सीएमएचओ से चर्चा कर मामले को हल करवाने का प्रयास करेंगे।

इधर, सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को यह भी बताया कि डॉ.इनवाती की पदस्थापना के लिये पैसों के लेनदेन की बात भी सामने आ रही है। सूत्रों ने इस बात के संकेत भी दिये हैं कि अगर डॉ.इनवाती दम मारें तो उन्हें केवलारी का खण्ड चिकित्सा अधिकारी भी बनाया जा सकता है किन्तु वर्तमान में पाँच दिनों से डॉ.इनवाती अपनी ज्वाईनिंग देने के लिये यहाँ वहाँ भटक रहे हैं। उन्होंने, इस मामले में जिला कलेक्टर से मिलकर अपनी परेशानी बताने का मन भी बना लिया है।