हाथी लौटे नरसिंहपुर की ओर

 

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। बिहार के रास्ते सिवनी आये जंगली हाथी एक बार फिर नरसिंहपुर जिले की सीमा में प्रवेश कर गये हैं। सिवनी में इनके द्वारा किसी तरह का नुकसान नहीं पहुँचाये जाने से वन विभाग ने राहत की सांस ली है।

वन विभाग के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि बीते दिनों बिहार से छत्तीसढ़ होते हुए लगभग चार दर्जन हाथियों का झुण्ड घंसौर, धूमा के रास्ते आगे बढ़ा था। इसमें से दो हाथी अपने झुण्ड से अलग हो गये और वे नरसिंहपुर की ओर बढ़े जबकि अन्य हाथी सतना, पन्ना के जंगलों की ओर कूच कर गये।

सूत्रों ने बताया कि नरसिंहपुर में गन्ने के खेतों से होकर गुज़रते समय इन्हें गन्ने चुभे होंगे इसलिये ये आगे बढ़ने की बजाय छिंदवाड़ा जिले की सीमा की ओर बढ़े। छिंदवाड़ा में भी गन्ने के खेतों के कारण संभवतः ये सिवनी की दिशा में वापस हुए। बीते दिनों ये हाथी गणेशगंज से लखनादौन की ओर बढ़े फिर अचानक ही इन्होंने नरसिंहपुर की राह पकड़ ली। सोमवार को ये सिवनी जिले की सीमा से निकलकर नरसिंपुर जिले की सीमा में प्रवेश कर गये हैं। इन्हें पकड़ा जायेगा अथवा नहीं इस पर निर्णय लेने के लिये एक समिति का गठन किया गया है। इस समिति की बैठक सिवनी में 19 फरवरी को रखी गयी है। इसके बाद ही यह निर्णय लिया जायेगा कि इन हाथियों का क्या किया जाये!