बिक रही हर सामग्री निर्धारित मूल्‍य से ज्‍यादा?

(ब्‍यूरो कार्यालय)

छपारा (साई)। छपारा में इन दिनों किराना व्यवसाई से लेकर प्राय प्राय सभी सामग्री की दुकानदार मनमाने रेट से सामग्री की बिक्री कर रहे हैं जिन पर प्रशासन ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की निर्धारित रेट से अधिक रेट पर बेचकर मौके का फायदा उठा रहे हैं।

लोग मजबूरी में उक्त दुकानदारों से सामग्री खरीद रहे हैं इनके द्वारा कहा जाता है कि लेना है तो लो नहीं लेना है तो मत लो हमारे रेट कम नहीं होंगे जबकि हर सामग्री का एक निर्धारित रेट तय किया हुआ है बावजूद इसके इन लोगों के द्वारा अधिक रेट में सामग्री बेच कर लोगों को लूटने का काम कर रहे हैं जबकि लगभग 2 माह से लोग वैसे भी बेरोजगारी और आर्थिक तंगी के शिकार हैं फिर इनके द्वारा कोई सामग्री लेने के लिए जब दुकानदार के पास जाते हैं तो रेट सुनकर ताज्जुब होता है।

इन लोगों को न कोरिया का डर है ना नियम कानून से कोई लेना-देना है दुकानों में सोशल डिस्टेंस का भी ख्याल नहीं रखा जाता आम दिनों की तरह दुकानदार से लेनदेन कर रहे हैं छपारा में दो 2 दिनों के लिए दिनचर्य की वस्तुओं की दुकानें खोली जाती है जहां पर खरीदार मायूस होकर लौट जाता है 11:00 बजे से 5:00 बजे तक दुकानदार एक तो घटिया किस्म का सामान बेच रहे हैं ऊपर से मनमानी रेट से बेच रहे हैं सोशल डिस्टर्ब  का भी ध्यान नहीं रख रहे हैं और इस महामारी से बचने के इनके पास कोई उपयोग के सामान भी नहीं देखे जाते कुछ दुकानदारों के तो मुंह में मांस तक नहीं होते सामग्री बेचने में इतने व्यस्त हैं कि यह सब भूल गए हैं और मनमाने रेट में सामग्री की बिक्री कर रहे हैं प्रशासन इन पर अंकुश लगाए ताकि आम नागरिक महंगी सामग्री खरीदने से बच सकें।

SAMACHAR AGENCY OF INDIA समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया

समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया देश की पहली डिजीटल न्यूज एजेंसी है. इसका शुभारंभ 18 दिसंबर 2008 को किया गया था. समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया में देश विदेश, स्थानीय, व्यापार, स्वास्थ्य आदि की खबरों के साथ ही साथ धार्मिक, राशिफल, मौसम के अपडेट, पंचाग आदि का प्रसारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाता है. इसके वीडियो सेक्शन में भी खबरों का प्रसारण किया जाता है. यह पहली ऐसी डिजीटल न्यूज एजेंसी है, जिसका सर्वाधिकार असुरक्षित है, अर्थात आप इसमें प्रसारित सामग्री का उपयोग कर सकते हैं. अगर आप समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को खबरें भेजना चाहते हैं तो व्हाट्सएप नंबर 9425011234 या ईमेल samacharagency@gmail.com पर खबरें भेज सकते हैं. खबरें अगर प्रसारण योग्य होंगी तो उन्हें स्थान अवश्य दिया जाएगा.