गिरता पारा बढ़ा रहा किसानों की परेशानियां

 

किसानों के लिये अब तक नहीं जारी हुई किसी तरह की एडवाईज़री!

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। लगातार तीन दिनों से पड़ रही कड़ाके की सर्दी और बारिश के पूर्वानुमान ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। किसानों को आशंका है कि तुषार और पाले का प्रभाव उनकी फसलों पर पड़ सकता है। किसान इस बात पर आश्चर्य चकित हैं कि किसान कल्याण विभाग के द्वारा अब तक मौसम को लेकर किसी तरह की एडवाईज़री भी जारी नहीं की गयी है।

किसान कल्याण विभाग के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि आने वाले दिनों में पारे में गिरावट दर्ज की जा सकती है। इसके साथ ही साथ सोमवार के बाद तीन चार दिन तक बूंदाबांदी भी हो सकती है। आसमान पर छाये बादलों का प्रभाव भी फसलों पर पड़ सकता है।

सूत्रों ने कृषि वैज्ञानिकों के हवाले से बताया कि फसलो को तुषार और पाले से बचाने के लिये रात में 02 से 04 बजे तक खेतों में स्प्रिंकलर के जरिये पानी दिया जाना उचित होगा। यद्यपि हाड़ गलाने वाली सर्दी में यह काम बहुत ही दुष्कर है इसलिये सर्दी से बचने के पूरे इंतजाम करने के बाद ही यह काम किया जाना चाहिये।

सूत्रों ने बताया कि इस बात की जानकारी भी मिल रही है कि तापमान गिरने से चना, मटर के पौधों के पत्ते पीले पड़ रहे हैं। फसलों में गेरुआ बीमारी फैलने का खतरा भी बना हुआ है, जिससे किसान चिंतित हैं। रात के समय खेतों में कोहरे की चादर और फसलों पर जम रही ओस (तुषार) से किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। फसलों को बचाने के लिये किसान, खेतो में धुआं भी कर रहे हैं।