बेमौसम टपके ओलों से किसान मायूस

 

किसी भी तरह का टोटका नहीं आ रहा काम

(ब्यूरो कार्यालय)

छपारा (साई)। मार्च माह के दूसरे पखवाड़े में भी बारिश और ओलों का कहर जारी है। किसानों की खड़ी फसल, ओले और बारिश के कारण खराब हो रही है।

विकासखण्ड छपारा के अंतर्गत ग्राम अकलमा, बोरिया, मोहली, सागर, ताखला और सालीवाड़ा सहित अन्य ग्रामों में 19 मार्च को दोपहर लगभग 02 बजे से पौने तीन बजे तक जमकर बारिश हुई और ओले भी गिरे। ग्रामीणों ने बताया कि इस दौरान बेर के आकार के ओले गिरे।

ग्रामीणों के द्वारा ओलावृष्टि की सूचना मिलने पर तहसीलदार नितिन गोंड द्वारा ओला पीड़ित ग्रामों का ओला वृष्टि का प्रारंभिक आंकलन ग्रामों के खेतों में पहुँचकर किया गया। किसानों के द्वारा राजस्व अमले को अपने खेतों में खड़ी फसलों का नुकसान दिखाया गया।

बारिश एवं ओला वृष्टि से बचने के लिये ग्रामों के कृषक बेमौसम ओलों के साथ बारिश से बचने के लिये अनेकों प्रकार के टोटका जैसे आँगन में मूसर रख आजमा रहे है परंतु कुछ काम नहीं कर रहा है और बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि का दौर थम ही नहीं रहा है।

ज्ञातव्य है कि इस बार बरसात में अच्छी बारिश के चलते गेहूँ एवं चने की फसल देखते ही बन रही है। इससे किसानों को अच्छे फसलों के उत्पादन की उम्मीद बनी है परंतु जिस प्रकार से असमय हो रही बारिश और ओलावृष्टि हो रही है उससे अन्नदाता को अपनी फसलों को लेकर चिंताएं हो रही हैं।

मेरे द्वारा ओलावृष्टि का प्रारंभिक आंकलन ग्रामों के खेतों में पहुँचकर किया गया है. पटवारियों के द्वारा सर्वे के बाद नुकसान का आंकलन किया जायेगा.

नितिन गौड़,

तहसीलदार, छपारा.