चार संदिग्ध लोग बने पुलिस के मेहमान!

 

बबरिया तालाब में दिसंबर 2018 में मिला था मुकेश का शव

(अपराध ब्यूरो)

सिवनी (साई)। कटंगी नाका क्षेत्र में रहने वाले मुकेश डेहरिया का शव 2018 में 04 दिसंबर को संदिग्ध परिस्थितियों में बबरिया तालाब में मिलने के बाद पुलिस के द्वारा साल भर तक की गयी मेहनत के बाद चार संदिग्ध लोगों को पुलिस ने अपना मेहमान बना लिया है।

डूण्डा सिवनी पुलिस सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि पुलिस के द्वारा मृतक मुकेश की नागपुर निवासी पत्नि लीना, मुकेश के बारापत्थर निवासी मामा ससुर हेमंत उर्फ भोलू डेहरिया एवं बखारी निवासी अन्य दो मामा ससुर ब्रजेश डेहरिया और ज्ञानेश्वर डेहरिया को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है।

सूत्रों ने आगे बताया कि 2018 में 04 दिसंबर को बबरिया तालाब में सुबह – सुबह एक शव को उतराता देख, इसकी सूचना पुलिस को दी गयी थी। इस शव के जेब में मिले आधार कार्ड के आधार पर उसकी शिनाख्त विवेकानंद वार्ड निवासी मुकेश पिता विष्णु डेहरिया के रूप में की गयी थी।

सूत्रों ने बताया कि मुकेश के मोबाईल से इसके महज़ पाँच दिन पहले 30 नवंबर को व्हाट्सएप्प पर संदेश भेजे गये थे। इन संदेशों में उसके द्वारा लिखा गया था कि वह अपने जीवन से परेशान था। इसका कारण उसकी पत्नि को बताया गया है। उसने लिखा था कि उसकी शादी 07 जुलाई को हुई थी। उसकी पत्नि की दोस्ती शादी के पहले किसी से थी।

सूत्रों ने बताया कि इस संदेश में मृतक के द्वारा कथित तौर पर लिखा गया है कि उसकी पत्नि के मामा के द्वारा उसे बारापत्थर में रहने वाले किसी रिश्तेदार के घर ले जाया गया। इसके बाद उसके ससुराल वालों ने उसके साथ गाली गलौच करते हुए जान से मारने की धमकी दे डाली।

सूत्रों ने बताया कि इस संदेश में यह भी कहा गया था कि उसके ससुराल पक्ष के लोगों के द्वारा मृतक के परिजनों को भी मारने की धमकी दी गयी थी। उसने यह भी लिखा कि इसके बाद ही उसके द्वारा तय किया गया कि अगर वही नहीं रहेगा तो उसका परिवार तो कम से कम सुरक्षित रहेगा।

सूत्रों की मानें तो इसके बाद पुलिस के द्वारा इस मामले में सायबर सेल की मदद से खोजबीन की जाकर शक के आधार पर उसकी पत्नि एवं तीनों मामा ससुर को गिरफ्तार किया गया है।