गाँव में नहीं आती कचरा गाड़ी, कचरे से बनाते हैं खाद

 

 

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। देश को सुरक्षा प्रदान करने के लिए सेना के सिपाही जिस तरह ठंड, गर्मी,बरसात की परवाह किये बिना हमेशा चौकस रहते हैं ठीक इसी तरह राष्ट्रीय सेवा योजना की छात्राएं इन दिनों बोरदई ग्राम में चल रहे कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षण प्राप्त कर रहीं हैं।

दो दिनों से लगातार मौसम में आयी ठंडक की परवाह किये बिना टीम लगातार अपने कार्य में जुटी हुई है। इन छात्राओं ने बताया कि जब हमारे देश के सिपाही देश की रक्षा के लिए अपने आपको समर्पित कर देते हैं तो हम भी एनएसएस के माध्यम से उनसे प्रेरणा लेकर उनके पदचिन्हों पर चलना चाहते हैं।

ज्ञातव्य है कि इन दिनों कन्या महाविद्यालय सिवनी का 07 दिवसीय एनएसएस कैंप नगर मुख्यालय के निकट ग्राम बोरदई टेकरी में लगा हुआ है। यहां पर ये छात्राएं राष्ट्रीय भावना से जुड़े हुए मुद्दों को लेकर कार्य कर रहीं हैं।

कार्यक्रम की संयोजक डॉ.अर्चना चंदेल ने बताया कि कैंप लगने के बाद मौसम में परिवर्तन आने पर यहां पर ऐसा प्रतीत हो रहा है मानो हम लोग किसी हिल स्टेशन में रूकें हों। ठंडक अधिक होने से परेशानी तो है लेकिन छात्राओं ने दृढ़ निश्चय किया है कि हम आसपास के क्षेेत्र में पर्यावरण एवं स्वच्छता का संदेश के माध्यम से लोगों को जागरूक करेंगे।

लक्ष्मी डहेरिया ने बताया कि उन्होंने मतदाता जागरूकता को लेकर आसपास के गांव में जनसंपर्क भी किया। रश्मि सूर्यवंशी ने कहा कि लोगों को शासन की योजनाओं की जानकारी दी। अंजली उईके ने बताया कि हमें मतदान करना क्यों जरूरी है। प्रीति सनोडिया ने बताया कि उन्होंने बाड़ीवाड़ा ग्राम में जाकर लोगों से संपर्क किया।

इसी संबंध में दीक्षा कटरे ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया में सबकी भागीदारी होना चाहिए। पूजा विश्वकर्मा ने बताया कि स्वच्छता एवं पर्यावरण से होने वाले लाभ से अवगत कराया। संगीता जंघेला के द्वारा बताया गया कि बाल संरक्षण का क्या महत्व है। इस क्षेत्र के लोगों ने बताया कि हमारे गांव में कचरा गाड़ी नहीं आती है, ऐसी स्थिति में हम लोग कचरे को खाद के रूप में उपयोग करते हैं और खेतों में डाल देते हैं। कार्यक्रम के दौरान मो.राशिद ने भी लोगों को संदेश दिया कि जिस तरह हम सुधरेंगे युग सुधरेगा का संदेश दिया जाता है, यह नारा नहीं बल्कि जीवन का यथार्थ है।