सुबह से दोपहर तक आफत बनकर बरसी बारिश!

 

ज्यादा पानी से किसान एक बार फिर हुए चिंतित

(फैयाज खान)

छपारा (साई)। रवि के सीजन की बोनी के बाद से प्रत्येक माह हो रही बारिश से जहाँ किसानों को अच्छी फसल आने की उम्मीद थी, लेकिन मंगलवार को हुई अधिक वर्षा अब चिंता का कारण बनी हुई है।

ज्ञातव्य है कि रवि की फसल गेहूँ, चना, मटर, मसूर की बौवनी नवंबर एवं दिसंबर माह में हो जाती है, जिसमे गेहूँ को छोड़कर बाकी फसलों में ज्यादा पानी की जरूरत नहीं पड़ती हैं। इस सीजन के शुरूआत से ही प्रत्येक माह वर्षा हुई है। नवंबर, दिसंबर से लेकर नये वर्ष जनवरी के पहले दिन ही बारिश हुई थी। उसी प्रकार फरवरी माह में भी बारिश से पीछा नहीं छूट रहा है।

 नगर से लगे हुये खुर्सीपार ग्राम जाने वाले मार्ग से लगे हुए खेतो में गेहूँ की फसल में भरा हुआ पानी के बारे में किसानों ने बताया कि पानी की अधिकता भी फसल के लिए घातक है। क्षेत्र के किसान महेश बंजारा, जागेश्वर बंजारा, शिव कुमार, राम भरोस, राम कुमार, आदि ने बताया की पानी की अधिकता से चना, मसूर, मटर अरहर जैसी दलहनी फसलों में रोग की संभावनाएं बनी हुई हैं।

किसानों की मानें तो गेहूँ में ज्यादा पानी होने से गेरुआ रोग लगने की संभावना रहती हैं जिससे फसल के उत्पादन में फर्क पड़ता है। इससे भी किसानों को नुकसान उठाना पड़ सकता हैं। वहीं सब्जियों को ज्यादा पानी नुकसान दायक रहता है। जनपद क्षेत्र के ग्राम सादक सिवनी, सिमरिया, गोहना में तेज पानी गिरने से गेहूँ की लगभग तैयार फसल आड़ी हो गई।