लखनादौन को जिला बनाने कसी कमर

 

जन आंदोलन समिति की बैठक संपन्न, सभी ने की जिला बनाये जाने की माँग

(ब्यूरो कार्यालय)

लखनादौन (साई)। लखनादौन को जिला बनाये जाने की माँग एक बार फिर जोर पकड़ती दिख रही है। लखनादौन को जिला बनाये जाने के लिये गठित की गयी जन आंदोलन समिति की बैठक रविवार को संपन्न हुई। इस बैठक में सामाजिक संगठनों से जुड़े लोग, अधिवक्ता, अनेक ग्रामवासी आदि उपस्थित हुए।

बैठक में वक्ताओं ने बताया कि लखनादौन तहसील देश की सबसे पुरानी तहसीलों में से एक है। इसकी स्थापना 1885 में की गयी थी। बावजूद इसके आज़ादी के बाद भी यह उपेक्षा का दंश भोग रही है। 160 साल बीत जाने के बाद भी लखनादौन विकास के लिये तरस रहा है।

वक्ताओं ने यह भी कहा कि लखनादौन को जिला बनाये जाने में जिन ग्रामों का समावेश किया जायेगा उसमें लखनादौन, घंसौर, धनौरा और छपारा विकास खण्ड शामिल हैं। इन सभी की 2011 की जनसंख्या के अनुसार कुल आबादी 06 लाख 29 हजार है, जबकि इससे कम आबादी वाले आगर जहाँ की जनसंख्या महज 04 लाख है को जिला बना दिया गया है।

जिला बनाओ जन आंदोलन समिति की बैठक में एक मत से यह निर्णय लिया गया कि लखनादौन तहसील को जिला मुख्यालय बनाये जाने और नये जिले में लखनादौन, छपारा, घंसौर और धनौरा विकास खण्डों का समावेश किये जाने को लेकर एक प्रतिनिधि मण्डल जल्द ही मुख्यमंत्री कमल नाथ से जाकर भेंट करेगा।

इस दौरान यह निर्णय भी लिया गया कि माँग न माने जाने पर नगर बंद, चक्काजाम सहित उग्र आंदोलन भी किया जायेगा। इस समिति की बैठक प्रत्येक शनिवार को तहसील परिसर में संपन्न होगी। इस दौरान सभी ने यह भी कहा कि जब तक लखनादौन को जिला नहीं बनाया जाता, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा।