भाजपा राज में भी बने थे नेताओं पर मामले!

 

भाजपा के आंदोलन का काँग्रेस ने दिया जवाब

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। प्रदेश में कमल नाथ के नेत्तृत्व मंे काँग्रेस की सरकार बनी है तब से भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के पेट में मरोड़ उत्पन्न हो गयी है। वह नहीं चाहते कि मध्य प्रदेश मंे शांति व्यवस्था कायम रहे। अपनी गलतियों का ठीकरा काँग्रेस पर फोड़ने का उनका प्रयास रहता है।

उक्ताशय की बात जिला काँग्रेस के प्रवक्ता राजिक अकील द्वारा जारी विज्ञप्ति में कही गयी है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सत्ताधारी दल के खिलाफ आंदोलन करना विपक्षी दलों का लोकतंात्रिक अधिकार है लेकिन यह आंदोलन के नाम पर काँग्रेस सरकार और जिला प्रशासन पर निराधार आरोप लगाकर शहर की शांति व्यवस्था भंग कर, सरकार को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में काँग्रेस की सरकार बनने के बाद अपराधों में कमी आयी है, जितने भी अपराध हुए है अधिकांश अपराधांे में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं एवं कार्यकर्त्ता शामिल थे।

उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं का यह आरोप कि काँग्रेस पार्टी के इशारों पर पुलिस द्वारा मामला बनाया गया, यहाँ यह बताना आवश्यक है कि भाजपा के शासन में वर्ष 2009 में नगर पालिका चुनाव के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह नगर आगमन के दौरान गुरूनानक वार्ड (छोटी मस्जिद चौक) में सिवनी  नगर पालिका में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर पोस्टर लगाया गया था। सिर्फ एक पोस्टर लगाये जाने पर राज कुमार खुराना, स्व.एड.जकी अनवर, संजय भारद्वाज, पवन दिवाकर, राजिक अकील पर मामला बनाया गया था।

उन्होंने आगे कहा कि भाजपा सरकार मंे धार्मिक जुलूस के दौरान भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष और आरएसएस से जुडे़ लोगों पर मामला दर्ज कर सार्वजनिक रूप से तत्कालिन पुलिस अधीक्षक द्वारा उनके साथ अभद्र व्यवहार किया गया और उन्हें किसी शातिर अपराधी की तरह जेल में रखा गया।

राजिक अकील ने आगे कहा कि इसके अलावा पूर्व सांसद, विधायक भाजपा महिला नेत्री के साथ भी छिन्दवाड़ा चौक में सार्वजनिक रूप से अभद्रता की गयी थी। भाजपा के नगर अध्यक्ष पर अनेक मामले बनाये गये जिसमें उनका कहना था कि ये मामले झूठे है। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता आज जो आरोप लगा रहे है कि काँग्रेस के इशारों में पुलिस द्वारा भाजपा नेताओं पर मामले बनाये गये है, तो यह बतायें कि ये सब मामले किसके इशारे पर बनाये गये थे।