आईपीपी 06 में अब नये सीएमएचओ का डेरा!

 

 

सीएमएचओ के सलाहकारों ने टाली बला!

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। नवागत प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.के.आर. शाक्य ने सेवा निवृत्त प्रभारी सीएमएचओ डॉ.राजेंद्र कुमार श्रीवास्तव की तरह ही जिला चिकित्सालय परिसर में स्थित प्रशिक्षण केंद्र के प्रथम तल को अपना अस्थायी निवास बना लिया है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि सीएमएचओ कार्यालय के पास आईपीपी 06 को प्रशिक्षण में आने वाले कर्मचारियों अधिकारियों के रूकने के लिये बनाया गया था। इसमें भूतल पर प्रशिक्षण हेतु कक्ष हैं तो प्रथम तल पर 04 कमरे, रसोईघर और एक हॉल है।

सूत्रों का कहना है कि समय – समय पर आयोजित होने वाले प्रशिक्षण विशेषकर आवासीय प्रशिक्षण में शामिल होने आने वाले स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, कर्मचारियों के रूकने के लिये बनाये गये इस विश्राम गृह पर लगभग पाँच सालों तक तत्कालीन प्रभारी सीएमएचओ डॉ.आर.के. श्रीवास्तव का कब्जा रहा।

सूत्रों ने कहा कि उनके द्वारा इस भवन को सेवानिवृत्ति के लगभग आठ माह बाद हाल ही में रिक्त किया गया है। इसके बाद नवागत प्रभारी सीएमएचओ डॉ.के.आर. शाक्य ने जब सीएमएचओ का प्रभार ग्रहण किया उसके उपरांत उनके द्वारा सीएमएचओ के आवास की जानकारी ली गयी।

सूत्रों ने बताया कि प्रभारी सीएमएचओ को उनके सलाहकारों के द्वारा यह जानकारी दी गयी कि सीएमएचओ के ईयर मार्क बंग्ले में डॉ.एच.एन. पटेरिया सालों से निवास कर रहे हैं। इसके अलावा बस स्टैण्ड के बाजू वाले पुराने अस्पताल परिसर में जहाँ पूर्ववर्ती सीएमएचओ निवास करते थे, उन भवनों की जर्जर हालत को देखते हुए उन्हें नेस्तनाबूत किया जा रहा है।

सूत्रों ने बताया कि सीएमएचओ के कथित सलाहकारों के द्वारा उन्हें आईपीपी 06 दिखाया गया तो उनके द्वारा इसको आवास बनाने से इंकार कर दिया गया। उनके द्वारा इसकी बजाय किराये का मकान देखने की बात कही गयी। इसके उपरांत सलाहकारों के बीच मंत्रणा हुई कि अगर किराये का भवन देखा गया तो भोगमान कौन भोगेगा!

सूत्रों ने आगे बताया कि इसके बाद सभी ने मिलकर प्रभारी सीएमएचओ डॉ.के.आर. शाक्य को किसी तरह इस बात के लिये राजी किया कि वे आईपीपी 06 को ही अपना अस्थायी आवास बना लें। जैसे ही उनके उपयुक्त किराये का भवन मिल जायेगा, वे उन्हें उस भवन में शिफ्ट करवा देंगे। सूत्रों की मानें तो यही मशविरा तत्कालीन सीएमएचओ रहे डॉ.आर.के. श्रीवास्तव को दिया गया था, इसके बाद वे सेवानिवृत्ति तक इसी आवास में रहते रहे।