मेडिकल कॉलेज के लिए नए सिरे से पहल आरंभ

 

 

सरकार की प्राथमिकता पर दिख रहा सिवनी, भाजपा ने हवा हवाई तरीके से की थी घोषणा!

(अय्यूब कुरैशी)

सिवनी (साई)। कमल नाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार की प्राथमिकता में सिवनी जिला आता दिख रहा है। सालों से उपेक्षा का दंश भोग रहे सिवनी के विकास के रास्ते खुलते दिख रहे हैं। मामला चाहे जलसा टाकीज का हो या आयुर्विज्ञान महाविद्यालय का हर मामले में सिवनी को प्राथमिकता पर रखा गया है।

प्रदेश के मेडिकल एजूकेशन संचालनालय (डीएमई) कार्यालय के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि अगले दो सालों में प्रदेश में तीन नये मेडिकल कॉलेज़ आरंभ हो जायेंगे। इसके लिये डीएमई कार्यालय के द्वारा केंद्र सरकार से पत्राचार की पहल आरंभ कर दी गयी है।

सूत्रों ने बताया कि इसके पहले शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के द्वारा विधान सभा चुनावों से महज तीन चार माह पहले आनन फानन सिवनी में मेडिकल कॉलेज खोले जाने की घोषणा कर दी गई थी। इसके बाद चुनाव की आचार संहिता लग जाने से सारा मामला ठण्डे बस्ते में चला गया।

सूत्रों ने बताया कि शिवराज सिंह चौहान अगर चाहते तो इस काम को 2018 के बजाए उसके पहले ही किया जा सकता था, क्योंकि जिस प्रस्ताव पर सिवनी में मेडिकल कॉलेज खोले जाने की कवायद की जा रही थी, वह प्रस्ताव डॉ. मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री रहते हुए केंद्र सरकार के द्वारा लाया गया था। संप्रग सरकार के अंतिम दिनों में इस योजना पर काम आरंभ कर दिया गया था।

सूत्रों ने बताया कि प्रदेश में सिवनी सहित सतना और छतरपुर के मेडिकल कॉलेज के भवन का शिलान्यास तो करवा दिया गया था, किन्तु इनके लिए मेडिकल काऊॅसिल ऑफ इंडिया से जरूरी अनुमतियां प्राप्त ही नहीं की गई थीं। कमल नाथ सरकार के द्वारा अब इस मामले में गंभीरता के साथ काम किया जा रहा है और जरूरी अनुमतियों को लेने का प्रयास गंभीरता के साथ किया जा रहा है।

सूत्रों ने बताया कि वर्ष 2013 से लगातार ही सिवनी में मेडिकल कॉलेज की स्थापना को लेकर जिला प्रशासन और राज्य शासन के बीच पत्राचार होने के बाद भी सरकार के द्वारा इस मामले में गंभीरता के साथ प्रयास नहीं किए जाने से सिवनी में मेडिकल कॉलेज की स्थापना में विलंब होता गया।

अब प्रदेश की कांग्रेस सरकार के द्वारा इस मामले में गंभीरता के साथ प्रयास किए जा रहे हैं। इस मामले में सिवनी के प्रभारी मंत्री सुखदेव पांसे भी संजीदा नजर आ रहे हैं। जिला स्तर से लगभग सारी औपचाकिताएं पूरी कर राज्य शासन को भेजी जा चुकी हैं। अब इस मामले में एमसीआई की अनुमति लेने की कार्यवाही को जल्द ही अंजाम दिया जा सकता है। अगर सब कुछ ठीक ठाक रहा तो दो साल के अंदर सिवनी में मेडिकल कॉलेज आकार ले सकेगा।

सूत्रों ने बताया कि जब सिवनी में मेडिकल कॉलेज़ आरंभ होगा उसके बाद प्रियदर्शनी जिला चिकित्सालय को मेडिकल कॉलेज़ से संबद्ध अस्पताल बना दिया जायेगा। सूत्रों ने इस बात के संकेत भी दिए कि पिछले कुछ माहों में प्रदेश स्तर के कुछ वरिष्ठ चिकित्सकों के द्वारा जिला चिकित्सालय का मुआयना भी किया गया है।