पांच बार निकली निविदा, किसी ने नहीं दिखाई दिलचस्पी!
(अय्यूब कुरैशी)
सिवनी (साई)। जिला अस्पताल पर जिलाधिकारी की सीधी दृष्टि होने के बाद भी अस्पताल में अव्यवस्थाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। जिला अस्पताल में बेतरतीब खड़े दो पहिया वाहनों के कारण मरीजों और उनके परिजनों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
यहां यह उल्लेखनीय होगा कि जिलाधिकारी प्रवीण सिंह के द्वारा जिला अस्पताल को चाक चौबंद करने के लिए कायाकल्प अभियान चलाया गया है। इसके तहत अस्पताल में रंग रोगन और दूसरी कार्यवाहियां तो जारी हैं, पर अस्पताल की बुनियादी सुविधाओं की ओर किसी की नजरें नहीं जा पा रही हैं।
सत्तर के दशक के उत्तरार्ध में अस्तित्व में आए 400 बिस्तर वाले प्रियदर्शनी के नाम से सुशोभित इंदिरा गांधी जिला चिकित्सालय की सौगात पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. सुश्री विमला वर्मा के द्वारा दी गई थी। इस अस्पताल में प्रवेश के तीन द्वारों में से एक द्वार को तत्कालीन जिलाधिकारी धनराजू एस. के निर्देश पर बंद करवा दिया गया था।
इसके अलावा वर्तमान में अस्पताल में प्रवेश के लिए माडल रोड और सर्किट हाऊस से बाहुबली चौराहे वाले मार्ग से प्रवेश द्वारा शेष रह गए हैं। इन दोनों द्वारों से मरीजों को लेकर आने वाली एंबूलेंस सहित दो और चार पहिया वाले वाहनों की आवाजाही रहती है।
इन दोनों ही प्रवेश द्वारों के पहुंच मार्ग में अस्पताल भवन के आसपास बेतरतीब हालत में खड़े दो और चार पहिया वाहनों के चलते न केवल मरीजों को लाने में मशक्कत करना पड़ता है, वरन यहां आने जाने में मरीजों के परिजनों को भी काफी संघर्ष का सामना करना पड़ता है।
अस्पताल के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि इसके पूर्व जब तक अस्पताल में सायकल स्टैण्ड का ठेका दिया जाता रहा है तब तक पार्किंग की व्यवस्था काफी हद तक पटरी पर मानी जा सकती थी, किन्तु लगभग आठ माहों से पार्किंग का ठेका नहीं होने से यहां अव्यवस्थाएं पूरी तरह हावी हो चुकी हैं।
सूत्रों ने बताया कि पूर्व में सायकल स्टैण्ड का ठेका लगभग तीन लाख रूपए का दिया गया था। इस लिहाज से रोगी कल्याण समिति को इस बार सीधे सीधे तीन लाख रूपए का नुकसान हो रहा है। जब तक यहां सायकल स्टैण्ड का ठेकेदार तैनात था तब तक अस्पताल में तीन स्थानों पर लगभग व्यवस्थित पार्किंग होती रही है।
सूत्रों ने बताया कि जिला अस्पताल में सायकल स्टैण्ड के ठेके के लिए पांच बार निविदा निकाली जाने के बाद भी किसी के द्वारा इसमें दिलचस्पी नहीं दिखाए जाने से अब तक ठेका नहीं दिया जा सका है। अस्पताल प्रशासन ने इस बारे में सोचने की जहमत नहीं उठाई है कि आखिर कोई सायकल स्टैण्ड का ठेका लेने को तैयार क्यों नहीं हो रहा है।
सूत्रों ने यह भी कहा कि सायकल स्टैण्ड का ठेका नहीं होने से आए दिन अस्पताल परिसर की अव्यवस्थित पार्किंग से लोगों के दो पहिया वाहन चोरी भी हो रहे हैं। आलम यह है कि अस्पताल में दो और चार पहिया वाहनों को धूप और बारिश से बचाने के लिए यहां प्रथक से किसी तरह के शेड की व्यवस्था भी नहीं है।

समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया देश की पहली डिजीटल न्यूज एजेंसी है. इसका शुभारंभ 18 दिसंबर 2008 को किया गया था. समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया में देश विदेश, स्थानीय, व्यापार, स्वास्थ्य आदि की खबरों के साथ ही साथ धार्मिक, राशिफल, मौसम के अपडेट, पंचाग आदि का प्रसारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाता है. इसके वीडियो सेक्शन में भी खबरों का प्रसारण किया जाता है. यह पहली ऐसी डिजीटल न्यूज एजेंसी है, जिसका सर्वाधिकार असुरक्षित है, अर्थात आप इसमें प्रसारित सामग्री का उपयोग कर सकते हैं.
अगर आप समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को खबरें भेजना चाहते हैं तो व्हाट्सएप नंबर 9425011234 या ईमेल samacharagency@gmail.com पर खबरें भेज सकते हैं. खबरें अगर प्रसारण योग्य होंगी तो उन्हें स्थान अवश्य दिया जाएगा.