अब तेंदूपत्ता संग्राहकों को मिलेंगे ढाई हजार रुपये प्रति मानक बोरा

 

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। इस बार तेंदूपत्ता संग्राहकों के लिए अच्छी खबर है। प्रति मानक बोरा के संग्रहण पर संग्राहक को दो हजार रुपए की जगह ढाई हजार रुपए मिलेंगे।

इतना ही नहीं यह राशि ई पेमेंट न होकर नकद दी जाएगी। यह फैसला इसी साल लिया गया है। करीब तीन साल बाद नकदीकरण की व्यवस्था बनाई गई है। माना जा रहा है कि बैंकों की झंझट और गांव से बैंक आने में लगने वाले समय को लेकर यह व्यवस्था तेंदूपत्ता संग्राहकों के लिए अच्छी रहेगी। वर्ष 2016 तक सरकार पहले नकद भुगतान की करती थी लेकिन बाद में चेक और ई पेमेंट की व्यवस्था लागू कर दी गई।

सवा लाख मानक बोरा का लक्ष्य : मंगलवार को सीसीएफ ऑफिस में तेंदूपत्ता को लेकर सिवनी और बालाघाट वृत स्तरीय कार्यशाला आयोजित की गई। इस दौरान मप्र राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ के प्रबंध संचालक और पीसीसीएफ राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि इस बार तेंदूपत्ता संग्रहण की राशि बढ़ाई गई है।

उन्होंने बताया कि अब ढाई हजार रुपए प्रति मानक बोरा के मान से भुगतान होगा। इसीलिए कोशिश करें कि अच्छा और अधिक मात्रा में तेंदूपत्ता संग्रहण के लिए कार्रवाई करें। इस अवसर पर अपर प्रबंध संचालक डॉ संजय शुक्ला, सीसीएफ शशि मलिक के अलावा अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।

कार्यशाला में दक्षिण सामान्य वन मंडल के डीएफओ टीएस सूलिया ने कहा कि तेंदूपत्ता संग्राहकों को अच्छे पत्ता संग्रहण के लिए प्रेरित किया जाए। जितना अधिक तेंदूपत्ता संग्रहित होगा उससे अच्छा राजस्व मिलेगा और तेंदूपत्ता संग्राहकों को अधिक फायदा भी होगा। इस दौरान तेंदूपत्ता संग्रहण रणनीति पर सभी ने अपने अपने सुझाव रखे। कार्यशाला में यह बात भी बताई गई कि मौसम में परिवर्तन से तेंदूपत्ता में रोग फैल सकता है।

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