रबी की फसलों में बढ़ा कीटों का प्रकोप!

 

बदलते मौसम के बाद भी जारी नहीं हुई एडवाईज़री

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। लगातार बादल बने रहने के कारण रबी की फसलों पर कीट (माहू) प्रकोप बढ़ गया है। खेती किसानी के जानकारों ने जैविक पद्धति से कीटों का सफाया करने की सलाह दी है।

गेहूँ,सरसों पर माहू का प्रकोप : खेती किसानी के जानकारों ने बताया कि बारिश, रबी की फसल के लिये अमृत के समान है, लेकिन लगातार बादल छाये रहने से फसलों पर कीट प्रकोप बढ़ गया है। जानकारों के मुताबिक बादलों के कारण गेहूँ,सरसों की फसल के अलावा सब्जियों के पौधों पर माहू कीट (रस चूसक मच्छर) का प्रकोप हो गया है।

जानकारों के अनुसार यह फसलों को काफी नुकसान पहुँचा रहा है। जानकारों के मुताबिक किसान जैविक काढ़ा (लहसुन, मिर्च) का कीट नाशक की तरह छिड़काव कर फसल सुरक्षित कर सकते हैं। पानी गिरने और धूप निकलने के बाद माहू का असर कम हो जाता है।

इधर, मौसम के परिवर्तन के बाद भी किसानों के लिये समय – समय पर सलाह देकर उनकी फसलों को सुरक्षित रखने के लिये पाबंद किसान कल्याण विभाग के द्वारा भी अब तक किसानों को इस मौसम में क्या करना चाहिये, इसकी सलाह नहीं दिया जाना भी आश्चर्य जनक ही माना जा रहा है।