धान का परिवहन मंथर गति से!

 

 

अब तक 27 हजार मीट्रिक टन धान का नहीं हो पाया परिवहन

(सादिक खान)

सिवनी (साई)। जिले में धान की खरीदी बंद हो चुकी है। खुले में रखी लगभग 27 हजार मीट्रिक टन धान अभी भी परिवहन के इंतजार में पड़ी हुई है और जिम्मेदार इस आरे ध्यान नहीं दे रहे हैं। जिले में धान की खरीद 24 जनवरी को बंद हो चुकी है।

विभाग भले ही खरीदी के उपरांत धान का परिवहन किये जाने का दावा कर रहा हो, पर खरीदी बंद होने के लगभग तीन सप्ताह बाद भी 27 हजार मीट्रिक टन धान का परिवहन नहीं हो पाया है। इसकी पुष्टि नागरिक आपूर्ति निगम के सूत्रों ने की है।

जिले में धान खरीदी आरंभ होने के बाद से अब तक संबंधित महकमों की भूमिका पर भी सवालिया निशान ही लग रहे हैं। पहले धान खरीदी केन्द्रों पर किसानों को अव्यवस्था का सामना करना पड़ा। ओपन कैंपों में अव्यवस्था अब भी कायम है।

मध्य प्रदेश सिविल सप्लाई कॉर्पाेरेशन की मानंे तो 13 फरवरी को धान के परिवहन के लिये संबंधित ठेकेदार से अनुबंध किया गया है। जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का कार्य दिसंबर माह से प्रारंभ होकर 24 जनवरी तक चला। ऐसे में यह अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि खरीदी के उपरांत नागरिक आपूर्ति निगम ने ठेकेदार से अनुबंध किया है जबकि खरीदी के दौरान बिना अनुबंध के परिवहन ठेकेदार ने धान का परिवहन किया है।

इतना ही नहीं विभाग द्वारा अनुबंध न होते हुए भी, लगभग 70 लाख का भुगतान किये जाने का मामला सामने आया है। जानकारों की मानंे तो जिले में तीन परिवहन ठेकेदार नर्मदा ट्रांसपोर्ट, बालाजी ट्रांसपोर्ट तथा दुर्गा प्रसाद साहू ने कार्य किया है। विभागीय लापरवाहियों के चलते इन परिवहन ठेकेदारों ने बिना अनुबंध के समर्थन मूल्य पर खरीदी गयी धान का परिवहन किया है।