जयवर्धन के प्रवास से गर्मायी सियासत!

 

 

अनेक नेताओं को दरकिनार कर पहुँचे रजनीश के निवास!

(अय्यूब कुरैशी)

सिवनी (साई)। गुटों में बंटी जिले की काँग्रेस में अब गुटबाजी चरम पर दिख रही है। काँग्रेस के एक धड़े के द्वारा प्रशासन पर अपनी पकड़ दिखाने की कवायद की जा रही है तो दूसरी ओर प्रदेश के मंत्रियों से नजदीकी का प्रदर्शन कर नेताओं के द्वारा अपना – अपना कद और पहुँच को जताने का प्र्रयास किया जा रहा है।

काँग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने पहचान उजागर न करने की शर्त पर समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया से चर्चा के दौरान बताया कि नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह गत दिवस पेंच से वापस लौटते समय जिला मुख्यालय होते हुए पूर्व विधायक रजनीश सिंह के निवास बर्रा पहुंँचे।

उक्त नेता का कहना था कि प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह का बर्रा जाने का कार्यक्रम संभवतः पूर्व नियोजित ही था, क्योंकि जब जयवर्धन सिंह बर्रा पहुँचे तब काँग्रेस के जिला स्तर के अनेक वरिष्ठ नेता बर्रा में मौजूद थे। इन नेताओं के साथ जयवर्धन सिंह ने भोजन भी ग्रहण किया।

उक्त नेता की मानें तो प्रदेश में निगम मण्डलों में जल्द ही नियुक्तियां होने की संभावनाएं हैं। इसके साथ ही साथ काँग्रेस के जिला स्तरीय विभिन्न क्षत्रपों के द्वारा अपने आप को स्थापित करने की गरज से, अपना – अपना प्रभाव क्षेत्र बढ़ाने का काम किया जा रहा है।

उक्त नेता ने यह भी कहा कि काँग्रेस का एक धड़ा प्रशासन पर अपनी पकड़ का अहसास भी काँग्रेस के कार्यकर्त्ताओं को करा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों नगर पालिका के मुख्य नगर पालिका अधिकारी के द्वारा काँग्रेस के एक धड़े को ही तवज्जो दिये जाने के चलते शिकवा शिकायतें हुईं थीं, जिसकी परिणिति सीएमओ के निलंबन के रूप में सामने आयी थी। बाद में सीएमओ जब निलंबन से बहाल हुए तो उन्हें सभी नेताओं को बराबर सम्मान देने की बात समझायी गयी।

उक्त नेता ने कहा कि नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह अगर जिला मुख्यालय में आते तो निश्चित तौर पर जिला काँग्रेस के जिम्मेदार पदाधिकारी उन्हें जिला काँग्रेस के निर्माणाधीन भवन ले ही जाते और इसके चित्र न केवल सोशल मीडिया पर दिखायी देते वरन इसकी विज्ञप्ति भी जिला या नगर काँग्रेस के द्वारा जारी की जाती।

उक्त नता ने यह भी कहा कि जिले में काँग्रेस के अंदर अब सर्वमान्य नेता की कमी शिद्दत से महसूस की जा रही है। जिले में काँग्रेस का जनाधार किसी से छुपा नहीं है। काँग्रेस ने भले ही बरघाट विधान सभा पर परचम लहराया हो, किन्तु ढाई दशकों से काँग्रेस के कब्जे में रहने वाली केवलारी विधान सभा पर बुरी तरह पराजय से काँग्रेस की जमीनी हकीकत सामने आ गयी है। इधर, जयवर्धन सिंह के सिवनी आगमन के बाद सोशल मीडिया पर पोस्ट हुए फोटोग्राफ्स में काँग्रेस के एक गुट के नेता नदारद रहे, जिसको लेकर चर्चाओं का बाजार गर्मा गया है।