रावण नहीं हैं आदिवासियों के आराध्य!

 

 

(ब्यूरो कार्यालय)

घंसौर (साई)। घंसौर में महात्मा गांधी की एक सौ पचासवीं जयंति से जुड़े एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आये केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने गोंडवाना पार्टी पर तीखा हमला बोला है। श्री कुलस्ते यहाँ ब्राह्मण समाज के एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। केंद्रीय मंत्री ने समाज के लिये 11 लाख रुपये देने की घोषणा की है।

षड्यंत्र पूर्वक तोड़ा जा रहा है समाज : फग्गन सिंह कुलस्ते ने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी पर सोशल मीडिया के जरिये दुष्प्रचार कर अपने ही समाज को तोड़ने का आरोप लगाया। फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि वे खुद भी आदिवासी समाज से आते हैं। हर साल दशहरा से पहले सोशल मीडिया में बिना किसी जानकारी के दुरुपयोग करते हैं। इन बातों का कोई तथ्य नहीं है।

उन्होंने कहा कि रावण, समाज के आराध्य नहीं हैं। वे हमारे देवी देवता नहीं हैं। यह दुष्प्रचार षड्यंत्र पूर्वक किया जा रहा है। उन्होंने सामान्य वर्ग के लिये दस फीसदी आरक्षण की वकालत की। उन्होंने कहा कि गोंडवाना पार्टी के खिलाफ उन्होंने जितनी लड़ाई लड़ी है उतनी किसी ने नहीं की है।

दशहरा के पहले घंसौर में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के सदस्यों ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर दुर्गा प्रतिमा में महिषासुर आदि न बनाये जाने की नसीहत देने की माँग की थी। इसके पहले संगठन रावण को आराध्य बताते हुए उसका पुतला न जलाने की माँग कर चुका है। घंसौर क्षेत्र में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के बढ़ते जनाधार को तोड़ने की कोशिश में श्री कुलस्ते का यह बयान देखा जा रहा है।