विद्यार्थी एक सप्ताह में पढ़ेंगे हिन्द स्वराज

 

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी द्वारा 1909 में इंग्लैण्ड से दक्षिण अफ्रीका की यात्रा दौरान लिखी गयी हिंद स्वराज पुस्तक के बारे में अब स्कूली विद्यार्थी भी जानेंगे।

गाँधीजी ने किस उद्देश्य को लेकर पुस्तक लिखी इसका पूरा सार सरकारी और निजि स्कूल के विद्यार्थियों को एक अलग कालखण्ड में शिक्षकों द्वारा बताया जायेगा। खास बात यह है कि स्कूल विद्यार्थी इस किताब को पूरे आठ दिन में पढ़ेंगे। यानी 25 सितंबर से गाँधी जयंति 02 अक्टूबर तक सरकारी स्कूलों में हिंद स्वराज किताब का वाचन होगा।

लोक शिक्षण संचालनालय आयुक्त जयश्री कियावत ने जिला शिक्षा अधिकारियों को 150वीं गाँधी जयंति के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि राष्ट्रपिता की चिंतनधारा विद्यार्थियों तक पहुँचे इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए स्कूलों में हिंद स्वराज पुस्तक का वाचन किया जाये। आयुक्त ने कहा कि जिला शिक्षा अधिकारी स्कूल प्राचार्यों को इस संबंध में अलग से दिशा निर्देश जारी कर विभाग द्वारा तय की गयी रूप रेखा के बारे में जानकारी दें।

हिंद स्वराज पुस्तक वाचन के लिये विभाग ने ये तय किया कि कार्यक्रम करने के लिये स्कूल के पुस्तकालयों में हिंद स्वराज पुस्तकों की उपलब्धता रहे। यदि पुस्तक पूर्व से उपलब्ध नहीं है तो उसे बाहर की दुकानों से खरीद ली जाये। हिंद स्वराज पुस्तक का सामूहिक वाचन 25 सितंबर से 02 अक्टूबर तक प्रतिदिन कराया जाये। वाचन अवधि का निर्धारण पुस्तकों को सात भागों में विभाजित किया जाये, जिससे समय पर पुस्तक का वाचन हो सके।

गाँधी साहित्य को स्पष्ट करने वाला व्याख्यान भी पुस्तक वाचन के पूर्व होना चाहिये। स्कूल प्राचार्य कार्यक्रम की फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी कराकर सीडी बनायें और मुख्यालय भेजें। सामूहिक वाचन को वर्ल्ड रिकॉर्ड के रूप में स्थापित करने की योजना तैयार की गयी है। पुस्तक वाचन के दौरान शामिल होने वाले विद्यार्थियों की संख्या उनका नाम और हस्ताक्षर कराके मुख्यालय भेजेंगे प्राचार्य। इस कार्यक्रम में कक्षा 09 से लेकर 12वीं तक के विद्यार्थी शामिल होंगे।