होली पर जरूर रखें ये सावधानियां

 

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। होली का त्यौहार यानि रंगों की मस्ती में डूबने का अवसर। वैसे तो होली पर मस्ती की कोई सीमा नहीं होती, लेकिन स्वास्थ्य और सौंदर्य से जुड़ी कुछ सावधानियां रखना जरूरी होता है। होली पर इन बातों का रखें विशेष ध्यान, ताकि होली के रंग में कहीं न पड़े भंग!

त्वचा की सुरक्षा के लिये विशेष देखभाल आवश्यक है। होली खेलने जब भी निकलें, उससे पहले त्वचा पर कोई तैलीय क्रीम या फिर तेल, घी या फिर मलाई लगाकर निकलें, ताकि त्वचा पर रंगों का विपरीत असर न पड़े। बालों को रंग से बचाने का पूरा प्रयास करें। रंग आपके बालों को रूखा, बेजान और कमजोर बना सकते हैं। इनसे आपके बालों का पोषण भी छिन सकता है।

यदि होली खेलते समय आँखों में रंग चला जाये तो तुरंत आँखों को साफ पानी से धोयें। यदि आँखें धोने के बाद भी तेज जलन हो, तो बिना देर किये डॉक्टर को दिखायें। आँखों पर गलती से गुब्बारा लग जाये या खून निकल आये तो पहले सूती कपड़े से आँखों को ढंकें या फोहा लगायें। इसके बाद डॉक्टर को जरूर दिखायें।

बाजार के हरे रंग से होली खेलते समय ध्यान रखें, इसमें कॉपर सल्फेट पाया है, जो आँखों में एलर्जी, सूजन अंधापन जैसी समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। इस बात का विशेष ध्यान रखें। सिल्वर चमकीले रंग का इस्तेमाल न करें। इसमें एल्युमीनियम ब्रोमाइड होता है, जो त्वचा के कैंसर के लिये जिम्मेदार हो सकता है। वहीं काले रंग में उपस्थिघ्त लेड ऑक्साइड किडनी को बुरी तरह प्रभावित करता है।

होली खेलें लेकिन पूरे होश में खेलें। अधिक नशा करना आपके स्वास्थ्य को तो प्रभावित करता ही है, कई बार अनहोनी घटनाओं का कारण भी बनता है। होली सुरक्षिघ्त तरीके से खेलें। बाजार की मिठाईयों का सेवन करने से बचें। इनमें मिलावट हो सकती है, जो आपके लिये खतरनाक साबित हो सकती है। घर पर बने व्यंजनों का भरपूर मजा लें, क्योंकि वे शुद्धता के साथ बनाये जाते हैं।

होली की मस्ती में कई बार लड़ाई – झगड़े भी हो जाते हैं, लेकिन यह भाई-चारे का पर्व है भूलें नहीं। आपसी भाईचारा बनाये रखें और मिलजुलकर खूबसूरत रंगों के साथ होली मनायें। कोशिश करें कि हर्बल रंगों का ही प्रयोग करें। इन रंगों का कोई दुष्प्रभाव भी नहीं होता है और इन्हें आसानी से घर पर बनाया भी जा सकता है। वैसे बाजार में भी हर्बल रंग उपलब्ध हैं।